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महराजगंज:आवास मांगने गए दिव्यांग को लेखपाल ने चप्पल से पीटा - Boarded

जिले में एक दिव्यांग को लेखपाल से सरकारी आवास मांगना भारी पड़ गया. दिव्यांग को आवास तो नहीं मिला पर उसके बदले लेखपाल ने चप्पलों की सौगात दे डाली. अब दिव्यांग न्याय की आस लगाए पुलिस से गुहार लगा रहा है. फिलहाल पुलिस मामले में कार्रवाई की बात कह रही है.

घर मांगने पर लेखपाल ने दिव्यांग को चप्पलों से पीटा.
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Published : Apr 19, 2019, 8:01 PM IST

Updated : Apr 28, 2019, 7:48 AM IST

महराजगंज: सरकारी योजनाओं को लेकर अपना हिसाब मांगने वाले दिव्यांग को उसका हक न देकर सरकारी नुमाइंदे चप्पल रसीद कर दे रहे हैं. दरअसल यह पूरा वाकया निचलौल थाना क्षेत्र के झरवलिया गांव का है, जहां दिव्यांग बिरजू ने जब अपना हक मांगा तो यह बात लेखपाल को इतनी नागवांर गुजरी कि उसने दिव्यांग को चप्पल से पीटना शुरू कर दिया.

घर मांगने पर लेखपाल ने दिव्यांग को चप्पलों से पीटा.

ऐसे बढ़ा विवाद.......

  • दो दिन पहले मंडलायुक्त जयंत नलिकर और डीएम अशोक कुमार उपाध्याय ग्रामीणों के बीच उनकी फरियाद सुन रहे थे.
  • तभी इस दिव्यांग ने सबके सामने आवास और शौचालय न मिलने के लिए लेखपाल कृष्ण मुरारी लाल श्रीवास्तव को जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई.
  • आला अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत पाकर लेखपाल इस कदर बिफरा कि अगले दिन दिव्यांग के घर पहुंचकर उसे धमकाने लगा और इसी बात को लेकर हाथापाई पर उतारू हो गया.
  • मजे की बात यह है कि सरकारी योजनाओं को जमीनी हकीकत देने वाले महकमे के कर्मचारी अपनी बादशाही का अश्वमेघ चला रहे हैं.
  • अगर कोई गलती से भी बुराई कर दे तो उस पर चाबुक चलाने से नहीं डरते.
  • सरकारी महकमे की इसी चाबुक का शिकार बना दिव्यांग बिरजू. दिव्यांग बिरजू की दुख भरी कहानी है.
  • पहले भगवान ने उसे शारीरिक रूप से अक्षम कर दिया, तो वहीं सरकारी महकमे के नुमाइंदे ने उसका मकान.


एक राजस्वकर्मी और दिव्यांग के बीच मारपीट का वीडियो सामने आया है. जिसमें दोनों पक्षों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, जिसमें पुलिस द्वारा सत्यता की जांच की जा रही है, तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.


रोहित सिंह सजवान, एसपी , महाराजगंज

महराजगंज: सरकारी योजनाओं को लेकर अपना हिसाब मांगने वाले दिव्यांग को उसका हक न देकर सरकारी नुमाइंदे चप्पल रसीद कर दे रहे हैं. दरअसल यह पूरा वाकया निचलौल थाना क्षेत्र के झरवलिया गांव का है, जहां दिव्यांग बिरजू ने जब अपना हक मांगा तो यह बात लेखपाल को इतनी नागवांर गुजरी कि उसने दिव्यांग को चप्पल से पीटना शुरू कर दिया.

घर मांगने पर लेखपाल ने दिव्यांग को चप्पलों से पीटा.

ऐसे बढ़ा विवाद.......

  • दो दिन पहले मंडलायुक्त जयंत नलिकर और डीएम अशोक कुमार उपाध्याय ग्रामीणों के बीच उनकी फरियाद सुन रहे थे.
  • तभी इस दिव्यांग ने सबके सामने आवास और शौचालय न मिलने के लिए लेखपाल कृष्ण मुरारी लाल श्रीवास्तव को जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई.
  • आला अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत पाकर लेखपाल इस कदर बिफरा कि अगले दिन दिव्यांग के घर पहुंचकर उसे धमकाने लगा और इसी बात को लेकर हाथापाई पर उतारू हो गया.
  • मजे की बात यह है कि सरकारी योजनाओं को जमीनी हकीकत देने वाले महकमे के कर्मचारी अपनी बादशाही का अश्वमेघ चला रहे हैं.
  • अगर कोई गलती से भी बुराई कर दे तो उस पर चाबुक चलाने से नहीं डरते.
  • सरकारी महकमे की इसी चाबुक का शिकार बना दिव्यांग बिरजू. दिव्यांग बिरजू की दुख भरी कहानी है.
  • पहले भगवान ने उसे शारीरिक रूप से अक्षम कर दिया, तो वहीं सरकारी महकमे के नुमाइंदे ने उसका मकान.


एक राजस्वकर्मी और दिव्यांग के बीच मारपीट का वीडियो सामने आया है. जिसमें दोनों पक्षों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, जिसमें पुलिस द्वारा सत्यता की जांच की जा रही है, तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.


रोहित सिंह सजवान, एसपी , महाराजगंज

Intro:महराजगंज: सरकारी योजनाओं को लेकर अपना हिसाब मांगने वाले दिव्यांग को उसका हक ना देकर सरकारी नुमाइंदे चप्पल रसीद कर देते हैं. दरअसल यह पूरा वाकया निचलौल थाना क्षेत्र के झरवलिया गांव का है जहां दिव्यांग बिरजू ने जब अपना हक मांगा तो यह बात लेखपाल को इतनी नागवार गुजरी कि उसने दिव्यांग को चप्पल से पीटना शुरू कर दिया.


Body:2 दिन पहले मंडलायुक्त जयंत नलिकर और डीएम अशोक कुमार उपाध्याय ग्रामीणों के बीच उनकी फरियाद सुन रहे थे तभी इस दिव्यांग ने सबके सामने आवास और शौचालय न मिलने के लेखपाल कृष्ण मुरारी लाल श्रीवास्तव को जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई. आला अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत पाकर लेखपाल इस कदर बिफरा अगले दिन दिव्यांग के घर पहुंचकर उसे धमकाने लगा और इसी बात को लेकर हाथापाई पर उतारू हो गया.


Conclusion:मजे की बात यह है कि सरकारी योजनाओं को जमीनी हकीकत देने वाले महकमे के कर्मचारी अपनी बादशाही का अश्वमेघ चला रहे हैं अगर कोई गलती से भी बुराई कर दे तो उस पर चाबुक चलाने से नहीं डरते. सरकारी महकमे की इसी चाबुक का शिकार बना दिव्यांग बिरजू. दिव्यांग बिरजू की दुख भरी कहानी है पहले भगवान ने उससे शारीरिक छीन लिया तू ही सरकारी महकमे के के नुमाइंदे ने उसका मकान.

बाइटः एसपी रोहित सिंह सजवान
& दिव्यांग बिरजू।

अमित सिंह, रिपोर्टर
Last Updated : Apr 28, 2019, 7:48 AM IST
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