महराजगंज: जिले के फरेंदा कस्बा स्थित एक निजी अस्पताल में कर्मचारियों की लापरवाही से एक नवजात की जान चली गई. अस्पताल प्रशासन पर आरोप है कि नवजात को जिस रेडिएंट वार्मर में रखा गया था, उसका तापमान इतना अधिक था कि नवजात उसी में झुलस गया और उसकी मौत हो गई. मासूम की मौत से परिजन आक्रोशित हो गए. परिजनों के आरोप के आधार पर पुलिस ने वहां मौजूद 5 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है. अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है.
रेडिएंट वार्मर में रखा गया था नवजात
फरेंदा कस्बे में स्थित जीवनदायिनी अस्पताल में शुक्रवार को बंगला चौराहा निवासी एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया था. ऑपरेशन से शीला ने एक बच्चे को जन्म दिया. आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारी नवजात की हालत गंभीर बताकर उसे रेडिएंट वार्मर में रख दिया. लेकिन रेडिएंट वार्मर का तापमान अधिक होने पर मासूम की झुलसकर मौत हो गई. जब परिजनों ने बच्चे को देखने की जिद की तो अस्पताल के कर्मचारी परिजनों को नवजात का झुलसा हुआ शव थमा दिया. बच्चे का जला शव देख आक्रोशित परिजन अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे.
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अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई
हंगामे की स्थिति देख अस्पताल संचालक समेत कुछ कर्मचारी भाग गए, जबकि कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. मामले में अस्पताल संचालक प्रदीप पांडेय के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर लिया है. एसीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. जांच कराकर अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.