महराजगंज: पनियरा थाना पुलिस का एक नया कारनामा सामने आया है. पनियरा पुलिस ने शिकायत करने आए एक पीड़ित के खिलाफ ही गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी. पीड़ित ने उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है.
इस मामले में पीड़ित ने पनियरा पुलिस को तहरीर देते हुए न्याय की गुहार लगाई. आरोप है कि पनियरा पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करने के नाम पर एनसीआर दर्ज कर खानापूर्ति कर दी.
ठंडे बस्ते में पड़ा न्यायालय का आदेश
कार्रवाई न होने पर पीड़ित ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर महराजगंज न्यायालय से एनसीआर को एफआईआर में तब्दील कराने की अपील की. न्यायालय ने पनियरा पुलिस को 6 नवंबर 2020 को दर्ज एनसीआर की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. दावा है कि पनियरा पुलिस ने उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
पीड़ित को ही बना दिया गुंडा
कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने पीड़ित दीपचंद और उसके छोटे भाई रोहित के खिलाफ ही गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी और नोटिस भी जारी कर दिया. पीड़ित अब न्याय की गुहार लगाए या गुंडा एक्ट की कार्रवाई से बचने के लिए न्यायालय और उच्च अधिकारियों के चक्कर लगाए. पीड़ित न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है.
गुंडा एक्ट की कार्रवाई पर बोले उपनिरीक्षक
इस संबंध में उपनिरीक्षक धर्मेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. पीड़ित के मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धारा तब्दील कर दी गई हैं. आगे की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि गुंडा एक्ट की कार्रवाई कैसे हुई यह नहीं पता.