महराजगंज: जिले में जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के बैनर तले पत्रकारों ने मुख्य विकास अधिकारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा. पत्रकारों ने जल्द से जल्द मुख्य विकास अधिकारी को पद से हटाने की मांग की.
सीडीओ ने किया वरिष्ठ पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार
बीते 17 नंबर को जिले के फरेंदा तहसील में आयोजित तहसील दिवस के दौरान एक दैनिक समाचार पत्र के संवाददाता से मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने अमर्यादित व्यवहार करते हुए अपशब्द बोला था. जिसके बाद नाराज पत्रकारों ने इस बात का विरोध किया था और जिलाधिकारी को सीडीओ के दुर्व्यवहार से अवगत कराया था. बावजूद इसके सीडीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही सीडीओ के व्यवहार में किसी तरह का बदलाव आया.
सीडीओ पर लगे गंभीर आरोप
जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्यों ने मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पत्रकारों ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी का व्यवहार तानाशाहों के जैसा है. संगठन के जिलाध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल यह भूल गए हैं कि देश में लोकतंत्र है, नौकरशाही तंत्र नहीं है. लोकतंत्र में अधिकारी को हर पक्ष की बात को सुनना होता है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम मोदी और सीएम योगी पत्रकारों के सम्मान और सुरक्षा के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है. वहीं दूसरी तरफ जिले के ऐसे अधिकारी न सिर्फ तानाशाह होने का परिचय दे रहे हैं, बल्कि पत्रकारों के साथ अमर्यादित व्यवहार करके प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं.
'निरंकुश अधिकारियों पर लगाम लगाने की जरूरत'
संगठन के संरक्षक जेपी सिंह ने कहा कि ऐसे अधिकारियों पर लगाम लगाने की जरूरत है, जो अपनी गरिमा और मर्यादा भूल गए हैं. वहीं पत्रकार सुनील श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह अधिकारी जानबूझकर योजनाबद्ध तरीके से पत्रकारों का अपमान कर सरकार को बदनाम कर रहे हैं. पत्रकार शैलेश पांडे ने कहा कि जिले के सीडीओ का विवादों से काफी नाता है, जो काम को ज्यादा अपने अभिमान को तवज्जो देते हैं. सीडीओ के खिलाफ प्रेस क्लब हर स्तर पर संघर्ष करेगा.