महाराजगंज: जिले में कुछ दिन पहले एक दिव्यांग बच्चे को उठाकर उसे उसके परिवार से मिलाने वाले इंस्पेक्टर विनोद यादव की बॉर्डर लॉयर्स की टीम ने सम्मानित किया है.
ये था पूरा मामला
6 जनवरी को रात में यातायात प्रभारी विनोद यादव पुलिस बल के साथ जिले में गश्त लगा रहे थे. इस दौरान चिउरहां वार्ड की नहर की पटरियों पर उन्होंने एक पांच साल का बच्चा देखा. बच्चे के पास कोई भी नजर नहीं आ रहा था. बच्चे के पास पहुंचे विनोद यादव ने बच्चे से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें पता चला कि बच्चा मूक-बधिर है. यातायात प्रभारी विनोद यादव बच्चे को लेकर करीब के गांव में पहुंचे, लेकिन वहां के लोगों ने बच्चे को पहचानने से इनकार कर दिया. विनोद बच्चे को लेकर थाना कोतवाली पहुंचे. वहां उन्होंने उसके रहने और खाने का प्रबंध किया. इसके बाद दूसरे दिन 7 बच्चे के मां-बाप को ढूंढ कर उसे उनके सुपुर्द कर दिया.
संस्था ने किया सम्मानित
ईटीवी भारत पर प्रसारित 7 जनवरी की खबर को संज्ञान में लेकर सामाजिक संस्था बॉर्डर लॉयर्स के प्रेसिडेंट विनय कुमार पांडे एडवोकेट ने अपने सहयोगियों के साथ ट्रैफिक इंस्पेक्टर विनोद यादव को प्रशस्ति पत्र, प्रमाण पत्र व साल देकर उनके द्वारा किये गए कार्य को सराहा. उन्होंने बताया कि समाज में स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, पोषण, यातायात एवं बाल कल्याण सम्बंधित उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को हमारी संस्था प्रमाण पत्र, सम्मान पत्र और उपाधि देकर सम्मानित करती है. इस कार्यक्रम के दौरान बॉर्डर लॉयर्स के संस्थापक वरिष्ठ अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार व संस्था के महासचिव सत्य प्रकाश तिवारी, ग्राम विकास अधिकारी ब्रजेंद्र श्रीवास्तव व कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे.