महराजगंज: कोरोना वायरस की रोकथाम करने के लिए किए गए लाॅकडाउन से लोगों का काम धंधा बन्द हो गया है. इसके कारण दिहाड़ी मजदूर दाने-दाने के लिए मोहताज हो गए हैं, इसलिए ये दिहाड़ी मजदूर कहीं साइकिल से तो कहीं ठेले से तो कही पैदल ही लम्बी दूरी तय करके अपने गांव पहुंच रहे हैं.
जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दिहाड़ी मजदूर मथुरा से 18 दिनों में पैदल चलकर अपने गांव पहुंचा. मजदूर की पत्नी ने ग्राम प्रधान पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है. मजदूर की पत्नी ने बताया कि उसके पति परिवार का भरण पोषण करने के लिए मथुरा में रहकर मजदूरी करते हैं. लाॅकडाउन में काम बंद होने के बाद वो मथुरा से पैदल 18 दिनों में घर पहुंचे.
इसके बाद ग्राम प्रधान को सूचना दी. इसके बाद ग्राम प्रधान ने उसके पति को क्वारंटाइन कर दिया. ग्राम प्रधान ने महिला को मिलने के लिए बुलाया. जब महिला नहीं गई तो ग्राम प्रधान स्वयं उसके घर आया और उसके ननदोई को धमकी देकर बाहर कर दिया और महिला के साथ छेड़खानी करने लगे.
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इस दौरान महिला किसी तरह से घर से बाहर आ गई और शोर मचाने लगी. इस दौरान मौके का फायदा उठाकर ग्राम प्रधान वहां से फरार हो गया. वहीं ग्राम प्रधान ने इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उसे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. इस मामले में पुलिस पीड़ित महिला के तहरीर पर आरोपी ग्राम प्रधान के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.