महराजगंज: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वर्चुअल मीटिंग में आठ जिलों के किसानों के साथ बातचीत की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि यह समय जीवन, जीविका और मानवता बचाने का है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है.
महराजगंज के मिठौरा ब्लॉक स्थित सोनवल गांव के किसानों का आरोप है कि उनके गांव पर बने गेहूं क्रय केंद्र पर न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी कम दाम दिए जा रहे हैं और समय से उनके गेहूं को तौला नहीं जा रहा है. किसानों के मुताबिक कई बार मुलाकात और फोन करने के बावजूद भी केंद्र प्रभारी गोदाम भरे होने का बहाना बनाकर उन्हें लौटा देते है. किसानों ने बताया कि हमने केंद्र प्रभारी जितेंद्र के इस रवैये से नाराज होकर इनकी शिकायत जिलाधिकारी से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. ईटीवी भारत की टीम जब सोनवल गेहूं क्रय केंद्र पहुंची तो मौके पर एक ट्रॉली से गेहूं उतर रहा था, जिसका कोई मालिक नहीं था. ट्रैक्टर चालक ने कैमरे पर बोलने से साफ इनकार कर दिया. उसने बताया कि वह यह ट्रॉली मिठौरा के धर्मकांटा से लेकर आया है. ये ट्रॉली किसकी है ये उसे जानकारी नहीं है.
अब सवाल ये है कि सरकार कहती है कि गेहूं क्रय केंद्रों पर पारदर्शी तरीके से खरीद हो रही है और किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए पूरा समर्थन मूल्य भी दिया जा रहा है. लेकिन, हकीकत साफ देखी जी सकती है.
डिप्टी आरएमओ ने दी जानकारी
डिप्टी आरएमओ अखिलेश सिंह ने बताया कि यह मामला संज्ञान में है. किसानों ने फोन करके शिकायत की थी. अखिलेश सिंह ने बताया कि किसान का फोन आते ही हमने सोनवल के उक्त संस्था के प्रबंधक को फोन किया था. उनसे कटौती पर सख्ती करने की बात कही है. कटौती पर आरएमओ ने कहा कि गेहूं साफ सुथरा हो एक पैसे की कटौती नहीं की जाएगी.
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