महराजगंज: जिले की पनियरा पुलिस, साइबर और सर्विलांस सेल ने बैंक एकाउंट हैक कर और एटीएम बदल कर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. इनके पास से 18 एटीएम कार्ड, 165 सिमकार्ड, 2 आधार कार्ड, 6 मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की गई है. पुलिस ने सभी बदमाशों को जेल भेज दिया है. पुलिस की गिरफ्त में आए पांचों आरोपी महराजगंज जिले के निचलौल और पनियरा व गोरखपुर जिले के पिपराइच क्षेत्र के रहने वाले है.
पुलिस ने किया खुलासा
मामले का खुलासा करते हुए एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि साइबर सेल प्रभारी मनोज कुमार पंत, पनियरा के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय, सर्विलांस सेल प्रभारी शशांक शेखर राय, हेड कांस्टेबिल प्रफुल्ल कुमार यादव और आलोक पांडेय की टीम ऑनलाइन धोखाधड़ी की जांच कर रही थी. जांच आगे बढ़ी तो ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में पिपराइच थाना क्षेत्र के गढ़वा मुंडेरी गांव निवासी मनोज कन्नौजिया. अरूण कुमार गुप्त, विवेक कुमार, मनीष मोदनवाल, धर्मेन्द्र निषाद का नाम सामने आया. इनके पास से विभिन्न बैंकों के 18 एटीएम कार्ड, 165 सिमकार्ड, 2 आधार कार्ड, मोबाइल फोन आदि बरामद हुआ है.
ऑनलाइन कैश ट्रांसफर कर रहे थे आरोपी
महराजगंज पुलिस की गिरफ्त में आया साइबर अपराधियों का यह गैंग गैर राज्य से बैंक खाते को हैक करता था. खातों से पैसा निकालकर फर्जी एकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर कर रकम निकाल ली जाती थी. पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि इस गैंग के सदस्यों ने हरियाणा निवासी कुलदीप के बैंक खाते को वर्ष 2019 में हैक कर 1 लाख 62 हजार रुपये उड़ाए थे. इस पैसे को सदर कोतवाली क्षेत्र के पतरेंगवा गांव निवासी एक महिला समेत दो लोगों के नाम से खोले गए फर्जी एकाउंट में आनलाइन ट्रांसफर कर निकाला गया था.
एटीएम बदलकर ट्रांजेक्शन करने में माहिर था यह गैंग
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गैंग के जिन पांच सदस्यों को पकड़ा गया है उन सभी की उम्र 19 वर्ष से लेकर 23 वर्ष के बीच में है. यह गैंग उन लोगों को निशाना बनाता था जो एटीएम मशीन से कार्ड के जरिए रुपया निकालने आते हैं. जिन्हें निकासी का तरीका नहीं मालूम रहता था. ऐसे लोगों की मदद के नाम पर यह गैंग उनका एटीएम कार्ड बदल लेता था, उसके बाद पिन की जानकारी लेकर दूसरी मशीन से पैसा निकाल लेता था. गैंग के पर्दाफाश में कई अहम जानकारी सामने आई है. जिसके आधार पर जांच कराई जा रही है.
एसपी ने दिया पुलिस टीम को 25 हजार का पुरस्कार
साइबर अपराध से जुड़े इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी प्रदीप गुप्ता ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने का घोषणा की और कहा कि जिले के अलावा दूसरे राज्य तक फैले इस गैंग के सदस्यों ने कई लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया था. इस रैकेट से जुड़े अन्य मामले विवेचना के दौरान सामने आएंगे.