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महराजगंज में डॉक्टरों की लापरवाही, ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में छोड़ा कॉटन - महिला के पेट में छोड़ा काॅटन

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में डॉक्टरों की भारी लापरवाही देखने को मिली. एक महिला शिक्षिका को तीन माह पूर्व प्रसव पीड़ा होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करते समय उसके पेट में ही काॅटन छोड़ दिया.

doctors showed negligence in maharajganj
महराजगंज में डॉक्टरों की दिखी लापरवाही.
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Published : Aug 3, 2020, 9:53 PM IST

महराजगंज: जिले के एक परिषदीय विद्यालय में तैनात महिला शिक्षिका को तीन महीने पहले प्रसव पीड़ा होने पर कलेक्ट्रेट के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां डॉक्टरों के द्वारा महिला का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद महिला शिक्षिका की तबीयत और खराब हो गई, जिसके बाद उसे गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पता चला कि महराजगंज में ऑपरेशन के समय डॉक्टरों की लापरवाही से महिला के पेट में हीं काॅटन छूट गया था, जिससे कैंसर होने का खतरा बना हुआ था.

दरअसल, गोरखपुर जिले के नगर पंचायत सहजनवां के केशवपुर वार्ड नंबर 7 के निवासी प्रशांत मिश्रा की पत्नी अंसिका मिश्रा महराजगंज जिले के एक परिषदीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर तैनात हैं. बीते 3 मई को महिला शिक्षिका को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे महराजगंज कलेक्ट्रेट के पास निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पर डॉक्टरों ने उसी दिन ऑपरेशन किया, जिसके बाद महिला शिक्षिका की तबीयत और खराब हो गई और उसे गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

निजी अस्पताल में इलाज के दौरान पता चला कि महराजगंज में ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से उनके पेट में ही काॅटन छूट गया था. इस वजह से कैंसर बनाने का खतरा बना हुआ था. इस कारण 8 मई को पुनः महिला शिक्षिका को ऑपरेशन करना पड़ा. इस ऑपरेशन के बाद महिला शिक्षिका के स्वास्थ में सुधार हुआ. महिला शिक्षिका ने निजी अस्पताल के खिलाफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.

ये भी पढ़ें: महराजगंज: बिना डॉक्टर और लाइसेंस के फल-फूल रहा अवैध अस्पताल का धंधा

पीड़ित महिला शिक्षिका के पति प्रशांत मिश्रा ने बताया कि इस दौरान इलाज में लगभग 2.5 लाख रुपये खर्च हो गए. शारीरिक और मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ी. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एके श्रीवास्तव ने बताया कि महिला शिक्षिका की शिकायत के आधार पर आरोपी निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

महराजगंज: जिले के एक परिषदीय विद्यालय में तैनात महिला शिक्षिका को तीन महीने पहले प्रसव पीड़ा होने पर कलेक्ट्रेट के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां डॉक्टरों के द्वारा महिला का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद महिला शिक्षिका की तबीयत और खराब हो गई, जिसके बाद उसे गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पता चला कि महराजगंज में ऑपरेशन के समय डॉक्टरों की लापरवाही से महिला के पेट में हीं काॅटन छूट गया था, जिससे कैंसर होने का खतरा बना हुआ था.

दरअसल, गोरखपुर जिले के नगर पंचायत सहजनवां के केशवपुर वार्ड नंबर 7 के निवासी प्रशांत मिश्रा की पत्नी अंसिका मिश्रा महराजगंज जिले के एक परिषदीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर तैनात हैं. बीते 3 मई को महिला शिक्षिका को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे महराजगंज कलेक्ट्रेट के पास निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पर डॉक्टरों ने उसी दिन ऑपरेशन किया, जिसके बाद महिला शिक्षिका की तबीयत और खराब हो गई और उसे गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

निजी अस्पताल में इलाज के दौरान पता चला कि महराजगंज में ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से उनके पेट में ही काॅटन छूट गया था. इस वजह से कैंसर बनाने का खतरा बना हुआ था. इस कारण 8 मई को पुनः महिला शिक्षिका को ऑपरेशन करना पड़ा. इस ऑपरेशन के बाद महिला शिक्षिका के स्वास्थ में सुधार हुआ. महिला शिक्षिका ने निजी अस्पताल के खिलाफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.

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पीड़ित महिला शिक्षिका के पति प्रशांत मिश्रा ने बताया कि इस दौरान इलाज में लगभग 2.5 लाख रुपये खर्च हो गए. शारीरिक और मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ी. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एके श्रीवास्तव ने बताया कि महिला शिक्षिका की शिकायत के आधार पर आरोपी निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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