ETV Bharat / state

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: महराजगंज में 25 साल से भाजपा का कब्जा इस बार रहेगा बरकरार ? - सपा प्रत्याशी का नामांकन

महराजगंज में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर भाजपा और सपा में लड़ाई है. बसपा और कांग्रेस ने अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है. भाजपा और सपा के प्रत्याशियों ने आज कलेक्ट्रेट में नामांकन किया.

भाजपा और सपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन.
भाजपा और सपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन.
author img

By

Published : Jun 26, 2021, 7:53 PM IST

महराजगंज: जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर 1995 से भाजपा का कब्जा है. इस बार भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए रवि कांत पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है तो वहीं दुर्गा प्रसाद यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. दोनों पार्टी के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. शनिवार को दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. वहीं बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने मैदान छोड़ दिया.

1995 से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा

जिले में जिला पंचायत अपने अस्तित्व में जब से आई, तब से अब तक लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा. इसका किंग मेकर सांसद पंकज चौधरी को बताया जा रहा है. 1995 में पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में सांसद पंकज चौधरी के बड़े भाई प्रदीप चौधरी चुनाव के मैदान में उतरे और उन्हें जीत मिली. इसके बाद उनकी माता उज्जवला चौधरी लगातार दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. उनके बाद सांसद पंकज चौधरी के चहेते जिला पंचायत सदस्य धर्मा देवी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं.

धर्मा देवी के बाद सांसद पंकज चौधरी ने अपने भतीजे राहुल चौधरी को भी जिला पंचायत चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. फिर पंकज चौधरी ने जिला पंचायत सदस्य प्रभु दयाल चौहान पर विश्वास करके जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया. उस दौरान उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी. सपा ने दमदारी से जितेंद्र यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सपा में अंदरूनी कलह के कारण जितेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा. बताया जाता है कि सांसद पंकज चौधरी जिसे चाहते हैं उसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिलती है.

भाजपा विधायकों ने दिखाई सत्ता की हनक

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन के लिए आए भाजपा प्रत्याशी रवि कांत पटेल के साथ जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक मौजूद रहे. नामांकन कक्ष में सत्ता की हनक दिखी. हालांकि, एक प्रत्याशी के साथ सिर्फ दो प्रस्तावक को नामांकन कक्ष में जाने की अनुमति थी. इसके बावजूद सत्ता की हनक दिखाते हुए सभी विधायक नामांकन कक्ष तक पहुंचे और नामांकन पत्र दाखिल किया. अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने मिठौरा के वार्ड नंबर 6 से विजेता जिला पंचायत सदस्य रवि कांत पटेल को प्रत्याशी बनाया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने वार्ड नंबर 9 से चुने गए जिला पंचायत सदस्य दुर्गा प्रसाद यादव को उम्मीदवार बनाया है.

पढ़ें: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: गोरखपुर में नामांकन करने पहुंचे सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं में चले लात-घूंसे

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ नामांकन

कलेक्ट्रेट परिसर में आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारतीय जनता पार्टी से रविकांत पटेल और समाजवादी पार्टी से दुर्गा प्रसाद यादव ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गईं. तीन जुलाई को मतदान के साथ मतगणना होगी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद लोगों की निगाहें जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर लगी है. चुनाव आयोग की ओर से पिछले दिनों जारी अधिसूचना के बाद महराजगंज जिला प्रशासन निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान की तैयारी में जुटा हुआ है.

महराजगंज: जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर 1995 से भाजपा का कब्जा है. इस बार भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए रवि कांत पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है तो वहीं दुर्गा प्रसाद यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. दोनों पार्टी के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. शनिवार को दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. वहीं बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने मैदान छोड़ दिया.

1995 से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा

जिले में जिला पंचायत अपने अस्तित्व में जब से आई, तब से अब तक लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा. इसका किंग मेकर सांसद पंकज चौधरी को बताया जा रहा है. 1995 में पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में सांसद पंकज चौधरी के बड़े भाई प्रदीप चौधरी चुनाव के मैदान में उतरे और उन्हें जीत मिली. इसके बाद उनकी माता उज्जवला चौधरी लगातार दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. उनके बाद सांसद पंकज चौधरी के चहेते जिला पंचायत सदस्य धर्मा देवी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं.

धर्मा देवी के बाद सांसद पंकज चौधरी ने अपने भतीजे राहुल चौधरी को भी जिला पंचायत चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. फिर पंकज चौधरी ने जिला पंचायत सदस्य प्रभु दयाल चौहान पर विश्वास करके जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया. उस दौरान उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी. सपा ने दमदारी से जितेंद्र यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सपा में अंदरूनी कलह के कारण जितेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा. बताया जाता है कि सांसद पंकज चौधरी जिसे चाहते हैं उसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिलती है.

भाजपा विधायकों ने दिखाई सत्ता की हनक

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन के लिए आए भाजपा प्रत्याशी रवि कांत पटेल के साथ जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक मौजूद रहे. नामांकन कक्ष में सत्ता की हनक दिखी. हालांकि, एक प्रत्याशी के साथ सिर्फ दो प्रस्तावक को नामांकन कक्ष में जाने की अनुमति थी. इसके बावजूद सत्ता की हनक दिखाते हुए सभी विधायक नामांकन कक्ष तक पहुंचे और नामांकन पत्र दाखिल किया. अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने मिठौरा के वार्ड नंबर 6 से विजेता जिला पंचायत सदस्य रवि कांत पटेल को प्रत्याशी बनाया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने वार्ड नंबर 9 से चुने गए जिला पंचायत सदस्य दुर्गा प्रसाद यादव को उम्मीदवार बनाया है.

पढ़ें: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: गोरखपुर में नामांकन करने पहुंचे सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं में चले लात-घूंसे

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ नामांकन

कलेक्ट्रेट परिसर में आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारतीय जनता पार्टी से रविकांत पटेल और समाजवादी पार्टी से दुर्गा प्रसाद यादव ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गईं. तीन जुलाई को मतदान के साथ मतगणना होगी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद लोगों की निगाहें जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर लगी है. चुनाव आयोग की ओर से पिछले दिनों जारी अधिसूचना के बाद महराजगंज जिला प्रशासन निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान की तैयारी में जुटा हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.