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नेपाल में डीजल-पेट्रोल सस्ता, शुरू हो गया ये गजब खेल - महराजगंज की खबरें

यूपी के महराजगंज जिले की लगभग 84 किलोमीटर की सीमा नेपाल से सटी है. नेपाल में इस समय पेट्रोल भारत से काफी सस्ता है. कीमतों में 21 से 22 रुपये प्रति लीटर का अंतर है. लोगों ने इसी बात का फायदा उठाना शुरू कर दिया है.

महराजगंज
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Published : Feb 24, 2021, 10:58 PM IST

Updated : Mar 1, 2021, 9:43 AM IST

महाराजगंजः पेट्रोल की आसमान छूती कीमतें जहां लोगों के चेहरे पर 12 बजा रही हैं, वहीं इससे शातिरों की पौ-बारह हो रही है. दरअसल, कई लोगों ने नेपाल से पेट्रोल-डीजल भरवाना शुरू कर दिया है. यहीं नहीं, कुछ ने तो तस्करी भी शुरू कर दी है. तेल का यह खेल चल रहा है महाराजगंज जिले में.

महराजगंज में तेल का काला खेल

जिले की लगभग 84 किलोमीटर सीमा नेपाल से सटी है. नेपाल में पेट्रोल भारत से काफी सस्ता है. कीमतों में 21 से 22 रुपये प्रति लीटर का अंतर है. यही कारण है कि सीमावर्ती इलाकों के लोगों ने पड़ोसी देश से पेट्रोल लाने का काम शुरू कर दिया है. आलम यह है कि नेपाल बॉर्डर से सटे भारतीय पेट्रोल पंपों के लगभग 40 से 60 फीसदी ग्राहक घट गए हैं. नेपाल जाने वाले मालवाहक ट्रक सिर्फ इतना ही पेट्रोल भरवाते हैं, जिसमें नेपाल तक पहुंच सकें. आते वक्त वहीं से गाड़ियों के टैंक फुल करने के बाद ही भारत में प्रवेश कर रहे हैं. कोरोना की पाबंदियों के चलते सीमा पूरी तरह खुली न होने के कारण तस्कर अब तेल का खेल करने में जुट गए हैं. डीजल और पेट्रोल की तस्करी नेपाल सीमा पर तेजी से बढ़ रही है. इसकी जानकारी मिलने के बाद एसपी ने सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

महराजगंज में तेल का काला खेल
महराजगंज में तेल का काला खेल

ये हैं कीमतों का गणित
भारतीय सीमा क्षेत्र में जहां डीजल लगभग 81 रुपये लीटर और पेट्रोल 90 रुपये लीटर के करीब बिक रहा है. वहीं नेपाल में डीजल 59 रुपये ( 95 नेपाली रुपये) और पेट्रोल 70 रुपये ( 113 रुपये नेपाली रुपये) में बिक रहा है. इस तरह डीजल में 21 और पेट्रोल में 19 से 20 रुपये का अंतर है.

महराजगंज में तेल का काला खेल
महराजगंज में तेल का काला खेल

भारत से ही नेपाल जाता है पेट्रोल
भारत से नेपाल जाने वाला कच्चा तेल फिर तस्करी के जरिए भारत में ही वापस आ रहा है. नेपाल को पेट्रोल की आपूर्ति भारत से ही होती है. दोनों देशों के बीच हुई एक पुरानी संधि के अनुसार इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) नेपाल के लिए खाड़ी देशों से पेट्कोन का आयात करता है. नेपाल को यह पेट्रोल खरीद मूल्य पर बेचा जाता है और केवल रिफाइनरी शुल्क लिया जाता है. यही वजह है कि नेपाल में यहां के मुकाबले पेट्रोल सस्ता है.

हुई थी छापेमारी
समय-समय पर पुलिस और प्रशासन की ओर से छापेमारी कर तस्करी का डीजल और पेट्रोल बरामद भी किया जा रहा है. अभी बीते दिनों नौतनवा एसडीएम ने छापेमारी कर तस्करी का 800 लीटर डीजल और पेट्रोल बरामद किया था. वहीं, महाराजगंज के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने तस्करी पर लगाम लगाने की बात कही है. सीमा पर एसएसबी और कस्टम विभाग को अलर्ट रहने को कहा है गया है, जिससे नेपाल से डीजल और पेट्रोल की तस्करी पर लगाम लगाया जा सके.

ये बोले पंप मालिक
इस बारे में पेट्रोल पंप मालिक जगदीश गुप्ता ने बताया कि नेपाल में डीजल और पेट्रोल के दाम कम होने के कारण और तस्करी के कारण अब सीमावर्ती क्षेत्र में पेट्रोल पंप की स्थिति काफी खराब हो गई है. अब जिन्हें नेपाल जाना होता है वो अपनी गाड़ियों में पंप से उतना ही पेट्रोल या डीजल भरवाते हैं जितने में उनकी गाड़ी नेपाल पहुंच जाए. उसके बाद वह नेपाल में डीजल और पेट्रोल अपनी गाड़ियों में डलवाते हैं. वहीं, भारत नेपाल की खुली सीमा होने के कारण लोग अब इसकी तस्करी भी जिससे सीमावर्ती पेट्रोल पंप में बिक्री में काफी कमी आई है. पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि अगर सरकार इस पर ध्यान नहीं देगी तो आने वाले दिनों में सीमावर्ती क्षेत्र के पेट्रोल पंपों को बंद ही करना पड़ेगा. सबसे बड़ा खतरा तो यहा है कि अभी तो कोविड के कारण सिर्फ मालवाहक ट्रक ही नेपाल जा रहे हैं. जिस दिन सीमा पूरी तरह खुल जाएगी उस दिन सस्ते दामों के कारण हर व्यक्ति नेपाल जाकर ही पेट्रोल डलवाएगा.

ये बोले चालक
कोविड के कारण भारत नेपाल की सीमा पर आम जनता के जाने पर रोक लगी हुई है. सिर्फ मालवाहक ट्रक ही नेपाल जाते हैं. सोनौली सीमा से प्रतिदिन 400 से 500 मालवाहक गाड़ियां नेपाल जाती हैं. भारत की तुलना में काफी सस्ता होने के कारण अब ट्रक ड्राइवर वहीं से अपनी गाड़ियों में डीजल-पेट्रोल डलवाते हैं. साथ ही साथ यह ट्रक ड्राइवर अपने गाड़ियों में ड्रम लेकर जाते हैं. इसमें वहां से डीजल पेट्रोल लेकर आते हैं. नेपाल में डीजल-पेट्रोल के दामों में कमी होने के कारण अब तस्कर भी खुली सीमा का फायदा उठाकर डीजल पेट्रोल की तस्करी में लग गए हैं.

महाराजगंजः पेट्रोल की आसमान छूती कीमतें जहां लोगों के चेहरे पर 12 बजा रही हैं, वहीं इससे शातिरों की पौ-बारह हो रही है. दरअसल, कई लोगों ने नेपाल से पेट्रोल-डीजल भरवाना शुरू कर दिया है. यहीं नहीं, कुछ ने तो तस्करी भी शुरू कर दी है. तेल का यह खेल चल रहा है महाराजगंज जिले में.

महराजगंज में तेल का काला खेल

जिले की लगभग 84 किलोमीटर सीमा नेपाल से सटी है. नेपाल में पेट्रोल भारत से काफी सस्ता है. कीमतों में 21 से 22 रुपये प्रति लीटर का अंतर है. यही कारण है कि सीमावर्ती इलाकों के लोगों ने पड़ोसी देश से पेट्रोल लाने का काम शुरू कर दिया है. आलम यह है कि नेपाल बॉर्डर से सटे भारतीय पेट्रोल पंपों के लगभग 40 से 60 फीसदी ग्राहक घट गए हैं. नेपाल जाने वाले मालवाहक ट्रक सिर्फ इतना ही पेट्रोल भरवाते हैं, जिसमें नेपाल तक पहुंच सकें. आते वक्त वहीं से गाड़ियों के टैंक फुल करने के बाद ही भारत में प्रवेश कर रहे हैं. कोरोना की पाबंदियों के चलते सीमा पूरी तरह खुली न होने के कारण तस्कर अब तेल का खेल करने में जुट गए हैं. डीजल और पेट्रोल की तस्करी नेपाल सीमा पर तेजी से बढ़ रही है. इसकी जानकारी मिलने के बाद एसपी ने सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

महराजगंज में तेल का काला खेल
महराजगंज में तेल का काला खेल

ये हैं कीमतों का गणित
भारतीय सीमा क्षेत्र में जहां डीजल लगभग 81 रुपये लीटर और पेट्रोल 90 रुपये लीटर के करीब बिक रहा है. वहीं नेपाल में डीजल 59 रुपये ( 95 नेपाली रुपये) और पेट्रोल 70 रुपये ( 113 रुपये नेपाली रुपये) में बिक रहा है. इस तरह डीजल में 21 और पेट्रोल में 19 से 20 रुपये का अंतर है.

महराजगंज में तेल का काला खेल
महराजगंज में तेल का काला खेल

भारत से ही नेपाल जाता है पेट्रोल
भारत से नेपाल जाने वाला कच्चा तेल फिर तस्करी के जरिए भारत में ही वापस आ रहा है. नेपाल को पेट्रोल की आपूर्ति भारत से ही होती है. दोनों देशों के बीच हुई एक पुरानी संधि के अनुसार इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) नेपाल के लिए खाड़ी देशों से पेट्कोन का आयात करता है. नेपाल को यह पेट्रोल खरीद मूल्य पर बेचा जाता है और केवल रिफाइनरी शुल्क लिया जाता है. यही वजह है कि नेपाल में यहां के मुकाबले पेट्रोल सस्ता है.

हुई थी छापेमारी
समय-समय पर पुलिस और प्रशासन की ओर से छापेमारी कर तस्करी का डीजल और पेट्रोल बरामद भी किया जा रहा है. अभी बीते दिनों नौतनवा एसडीएम ने छापेमारी कर तस्करी का 800 लीटर डीजल और पेट्रोल बरामद किया था. वहीं, महाराजगंज के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने तस्करी पर लगाम लगाने की बात कही है. सीमा पर एसएसबी और कस्टम विभाग को अलर्ट रहने को कहा है गया है, जिससे नेपाल से डीजल और पेट्रोल की तस्करी पर लगाम लगाया जा सके.

ये बोले पंप मालिक
इस बारे में पेट्रोल पंप मालिक जगदीश गुप्ता ने बताया कि नेपाल में डीजल और पेट्रोल के दाम कम होने के कारण और तस्करी के कारण अब सीमावर्ती क्षेत्र में पेट्रोल पंप की स्थिति काफी खराब हो गई है. अब जिन्हें नेपाल जाना होता है वो अपनी गाड़ियों में पंप से उतना ही पेट्रोल या डीजल भरवाते हैं जितने में उनकी गाड़ी नेपाल पहुंच जाए. उसके बाद वह नेपाल में डीजल और पेट्रोल अपनी गाड़ियों में डलवाते हैं. वहीं, भारत नेपाल की खुली सीमा होने के कारण लोग अब इसकी तस्करी भी जिससे सीमावर्ती पेट्रोल पंप में बिक्री में काफी कमी आई है. पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि अगर सरकार इस पर ध्यान नहीं देगी तो आने वाले दिनों में सीमावर्ती क्षेत्र के पेट्रोल पंपों को बंद ही करना पड़ेगा. सबसे बड़ा खतरा तो यहा है कि अभी तो कोविड के कारण सिर्फ मालवाहक ट्रक ही नेपाल जा रहे हैं. जिस दिन सीमा पूरी तरह खुल जाएगी उस दिन सस्ते दामों के कारण हर व्यक्ति नेपाल जाकर ही पेट्रोल डलवाएगा.

ये बोले चालक
कोविड के कारण भारत नेपाल की सीमा पर आम जनता के जाने पर रोक लगी हुई है. सिर्फ मालवाहक ट्रक ही नेपाल जाते हैं. सोनौली सीमा से प्रतिदिन 400 से 500 मालवाहक गाड़ियां नेपाल जाती हैं. भारत की तुलना में काफी सस्ता होने के कारण अब ट्रक ड्राइवर वहीं से अपनी गाड़ियों में डीजल-पेट्रोल डलवाते हैं. साथ ही साथ यह ट्रक ड्राइवर अपने गाड़ियों में ड्रम लेकर जाते हैं. इसमें वहां से डीजल पेट्रोल लेकर आते हैं. नेपाल में डीजल-पेट्रोल के दामों में कमी होने के कारण अब तस्कर भी खुली सीमा का फायदा उठाकर डीजल पेट्रोल की तस्करी में लग गए हैं.

Last Updated : Mar 1, 2021, 9:43 AM IST
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