महराजगंज: कोरोना महामारी के कारण नेपाल सरकार ने बीते 11 महीने से भारत-नेपाल सीमा से पब्लिक मोमेंट्स पर रोक लगाई है. जिसे खोलने को लेकर सोनौली नो मैंस लैंड पर दोनों देशों के व्यापारियों ने बॉर्डर खोलने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. वहीं, नो मैंस लैंड पर कैंडल जलाकर भारत-नेपाल सीमा को पूर्ण रूप से खोलने के नारे भी लगाए गए.
कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन
दरअसल, कोरोना के कारण 25 मार्च 2020 से ही भारत-नेपाल की सोनौली सीमा को पब्लिक मोमेंट्स के लिए रोक लगा दी गई थी. सिर्फ मालवाहक वाहनों को ही भारत से नेपाल जाने का प्रवेश मिला था. वहीं, जब कोरोना को लेकर भारत ने वैक्सीन बना ली है और नेपाल सरकार को भी कोविड वेक्सीन दे दिया गया है. जिसके बाद से भारत-नेपाल सीमा को पूर्ण रूप से खोलने की मांग बढ़ने लगी. दोनों देशों के व्यवसायियों ने कैंडल मार्च निकालकर सीमा खोलने को लेकर प्रदर्शन किया.
रोजगार प्रभावित
नेपाल के विधायक संतोष पांडे ने बताया कि कोविड के नाम पर सीमा को बेवजह बंद किया गया है और 11 महीने से दोनों सीमा के लाखों लोगों का रोजगार प्रभावित हो रहा है. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते कहा कि अगर सीमा से पाबंदी नहीं हटाई गई तो आक्रमक आंदोलन होगा.
होटल व्यवसाय से जुड़े नेपाल के लोगों का कहना है कि नेपाल का पर्यटन बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है क्योंकि भारत से आने वाले पर्यटको पर रोक लगने से बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना था कि अगर दोनों सरकार उनकी बातें नहीं मानती है तो वह जल्द ही मालवाहक ट्रकों को भी नेपाल जाने से रोकने का काम करेगी.
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