महराजगंज: जिले का नवसृजित नगर पंचायत पनियरा के नगरवासी इन दिनों अपने आशियाने को लेकर भयभीत और चिंतित है. तमाम नगरवासी वर्षों से आरक्षित और खलिहान की जमीन में अपना आशियाना बना कर जैसे तैसे जीवन यापन कर रहे है. जिसमें तमाम ऐसे नगरवासी हैं, जिनके पास इस आशियाने के अलावा न तो कोई जमीन है और न ही रहने के लिए कोई आशियाना. वर्षों से जिस आशियाने में नगर के तमाम लोग जीवन यापन कर रहे हैं. उसे बनाने में उनके जीवन की पुरी कमाई भी लग गई है. ऐसे में शासन-प्रशासन द्वारा 5 दिन के अंदर उस आशियाने को खाली कर तोड़ने का नोटिस जारी किया गया है. जिनके घरों पर नोटिस चस्पा किया गया है. उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है. लोगों के आंखों से अविरल आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है.
गौरतलब है कि नगर के इस दलित मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है. लोगों के घरों में चूल्हा तक भी नहीं जल रहा है. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि 5 दिन के अंदर अपने उस आशियाने को कैसे खाली करेंगे. जिसको बनाने में उनकी पूरी जिंदगी बीत गई हो. कहां और कैसे जीवन यापन करेंगे. यह उनके लिए चिंता का विषय बना हुआ है. बुलडोजर से भयभीत नगर वासियों ने पुनर्वास होने तक बुलडोजर रोकने की मांग को लेकर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन सौंपा.
नगरवासियों ने बताया कि सभी लोग नगर के सबसे गरीब असहाय और भूमिहीन है. रहने के लिए इस आशियाने के अलावा उनके पास कोई जमीन नहीं है और न ही कोई आवास. ऐसे में उनके आशियाने पर नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा पुनर्वास कराए बिना उनके आशियाने को ध्वस्त कर दिया जाएगा तो इस समय वे सब लोग कहां जाएंगे. वर्षों से बने आशियाने का ध्वस्तीकरण की सूचना पाकर भयभीत नगर वासियों का रो-रो कर बुरा हाल है.
नगर वासियों ने इस ज्ञापन के माध्यम से शासन-प्रशासन से मांग किया है कि सबसे पहले सरकार उन्हें रहने की व्यवस्था कराएं. उसके बाद आरक्षित जमीनों पर बने उनके आशियाने पर बुलडोजर चलाया जाए. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्पष्ट निर्देश दिया हैं कि गरीबों की दुकान मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा बल्कि यह सख्त कार्रवाई माफियाओं की अवैध संपत्ति जाए.
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