महाराजगंज: आम लोगों के साथ -साथ अब साइबर अपराधियों ने अफसरों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. ताजा मामला जनपद के जिलाधिकारी डॉ. सत्येंद्र कुमार के नाम पर ठगी का प्रयास सामने आया है. व्हाट्सएप प्रोफाइल पर जिलाधिकारी की फोटो लगाकर कई अधिकारियों और परिचितों से रुपये मांगने के बाद इसकी जानकारी हुई है. जिसके बाद खुद जिलाधिकारी की तहरीर पर सदर कोतवाली थाने की पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी.
बगल में बैठे थे डीएम, एडीएम से चैट कर रहा था हैकर्स
अनजान मोबाइल नंबर के ह्वाट्सएप की डीपी में डीएम का फोटो लगाकर साइबर हैकर्स एडीएम डॉ. पंकज कुमार वर्मा से अचानक चैट करने लगा. उस समय एडीएम के बगल में ही डीएम बैठे थे. डीएम का फोटो लगे ह्वाट्सएप नंबर से चैट देख एडीएम हैरान हुए क्योंकि बगल में ही डीएम दूसरे काम में व्यस्त थे. एडीएम ने पूरी घटना को डीएम से बताया. इसके बाद मामले की गंभीरता से लेते हुए डीएम सत्येन्द्र कुमार खुद एसपी को तहरीर भिजवाया. कोतवली पुलिस ने तहरीर के आधार पर हैकर्स के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. अनजान नंबर पर उच्चाधिकारियों का फोटो लगाकर परिचितों से पैसा मांगने की यह पहली घटना नहीं है.
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इस मामले में जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि कुछ परिचितों से सूचना मिली थी कि वाट्सएप नंबर 6206152386 की डीपी पर मेरी फोटो लगाकर मेरे परिचित लोगों और अधिकारियों से रुपयों की मांग की जा रही है, जबकि इस व्हाट्सएप मोबाइल नंबर से उनका कोई वास्ता और सरोकार नहीं है. गनीमत रही कि अभी तक किसी ने इन मैसेज के बदले कोई रुपये नहीं गवाएं हैं. सदर कोतवाल रवि कुमार राय ने बताया कि तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है, जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा.
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