महराजगंज : जिले के पनियरा ब्लॉक के ग्रामसभा मंसूरगंज में निलंबित कोटे की दुकान बहाल होने की सूचना पर ग्रामीण भड़क उठे. ग्रामीणों ने गांव के एक चौराहे पर भारी संख्या में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने मांग किया कि निलंबित कोटे को बर्खास्त कर नई दुकान का चयन कराया जाए.
दरअसल, पनियरा ब्लॉक के ग्रामसभा मंसूरगंज के कोटेदार रमाशंकर द्वारा राशन वितरण के दौरान किए गए अनियमितता की शिकायत पर महराजगंज खाद्य विभाग ने जांच के बाद दुकान को निलंबित कर दिया था. ग्रामीणों का आरोप था कि कोटेदार के द्वारा राशन वितरण के दौरान घटतौली किया जा रहा था और निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा लिया जाता था. आरोप ये भी था कि कार्ड धारकों का नाम काटकर राशन भी हड़प लिया जाता था. इतना ही नहीं तमाम राशन कार्ड धारकों के कार्ड में कोटेदार के द्वारा अपने परिवार के अन्य सदस्यों का नाम डालकर उनके राशन को हर महीने उठान कर लिया जाता था. इस मामले में कोटेदार के खिलाफ बर्खास्त कर एफआईआर के बजाय कोटे की दुकान को सिर्फ निलंबित किया गया था.
लेकिन एक बार पुनः उसी कोटे की दुकान को बहाल करने की जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा रची गई साजिश की भनक लगते ही ग्रामीण भड़क उठे, उसके बाद भारी संख्या में गांव के लोगों ने एक चौराहे पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने मांग किया कि निलंबित कोटे की दुकान को बर्खास्त कर कोटेदार के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए, साथ ही नई दुकान का चयन कराया जाए, ताकि गांव के राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मूल्य पर यूनिट के अनुसार राशन मिल सके.
गांव के रमाकांत निषाद, अशोक चौरसिया सहित तमाम लोगों का कहना है कि कोटेदार रामाशंकर के द्वारा राशन वितरण के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी किया जा रहा था. जिसकी शिकायत पर कोटे की दुकान को जांच के बाद निलंबित कर दिया गया था. पुनः कुछ लोगों की मिलीभगत से कोटे की दुकान बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है जिसे वो लोग सफल नहीं होने देंगे.