लखनऊ: जुफर अहमद फारूकी उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चौथी बार चेयरमैन चुने गए. मंगलवार को सचिवालय में हुए निर्वाचन में उनके विरोध में 5 और समर्थन में 6 वोट पड़े, जिसके बाद उनको एक बार फिर सुन्नी वक्फ बोर्ड का चेयरमैन घोषित कर दिया गया.
किसने किसको दिया वोट
समाजवादी पार्टी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के पूर्व सदस्य और उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन इमरान माबूद खान को अपना प्रत्याशी घोषित किया था. इमरान माबूद खान को समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन, बसपा सांसद कुंवर दानिश अली, एडवोकेट अब्दुल रज्जाक खान, समाजवादी पार्टी के विधायक नफीस अहमद समेत 5 वोट मिले. दूसरी तरफ सुन्नी वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी को मुतावल्ली अदनान फारूक शाह, समाजिक कार्यकर्ता सबिहा अहमद, इस्लामिक स्कॉलर नईम- उर- रहमान, स्वास्थ्य निदेशालय की जॉइंट डाइरेक्टर डॉक्टर तब्बसुम और पार्टी लाइन से हटकर सपा विधायक अबरार अहमद ने अपना मत दिया. सपा विधायक अबरार अहमद का वोट निर्णायक भूमिका में रहा और उनके मत से एक बार फिर जुफर अहमद फारूकी चेयरमैन बने.
ईटीवी भारत से बातचीत में जुफर फारूकी के विरोधी खेमे ने कहा कि आने वाले समय में वक्फ को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी और सही का समर्थन और गलत का विरोध जमकर होगा.
वक्फ सम्पतियों का डिजिटाइजेशन रहेगी प्राथमिकता
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी ने कहा कि इस कार्यकाल में सबसे पहली प्राथमिकता यही रहेगी कि वक्फ सम्पतियों का जो डिजिटाइजेशन चल रहा है उसको पूरा कराया जाए और उसके साथ ही वक्फ सम्पतियों से एजुकेशन और मेडिकल से जुड़ी सुविधाओं को वक्फ औकाफ से जोड़ना रहेगा.