लखनऊ: राजधानी में बुधवार को छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया. सरकारी नौकरी में खाली पदों पर भर्ती किए जाने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए. नारे लगाते हुए छात्र विधानसभा की ओर निकले. विधानसभा की तरफ जा रहे छात्रों को पुलिस ने रोका लिया. छात्रों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शकारियों को गिरफ्तार कर इको गार्डन स्थित धरना स्थल भेजे दिया.
उत्तर प्रदेश छात्र-युवा रोजगार अधिकार मोर्चा के बैनर तले यह रोजगार अधिकार मार्च निकाला गया. केकेसी कॉलेज से होते हुए विधानसभा तक पहुंचने की तैयारी थी लेकिन बीच में ही रोक दिया गया. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) समेत अन्य संगठनों की ओर से उत्तर प्रदेश छात्र-युवा रोजगार अधिकार मोर्चा का गठन किया गया है. इस मोर्च की ओर से रोजगार अधिकार यात्रा की घोषणा की गई. इसकी शुरुआत 23 नवंबर को गोरखपुर से की गई थी.
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वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर समेत पूर्वांचल के कई शहरों से होती हुई यह लखनऊ पहुंची है. मोर्चा की तरफ से 'आंकड़ों में मत उलझाओ-रोजगार कहां है बतलाओ' जैसे नारे दिए गए. वहीं, संगठन का दावा है कि प्रदेश के विभिन्न विभागों में करीब 25 लाख पद खाली हैं. आयोजन समिति के सदस्य आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि रोजगार के मुद्दे को लेकर बीते करीब 6 महीने से कार्यक्रम चल रहे हैं. लखनऊ में रोजगार अधिकार सम्मेलन भी कराया गया था. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले रोजगार का वादा किया था, लेकिन जितना रोजगार देने में खर्च नहीं किया, उससे ज्यादा तो विज्ञापन पर खर्च कर दिया.
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