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हाईस्कूल और इंटर के छात्रों को रोजगार के लिए ऐसे तैयार करेगी योगी सरकार, ये है योजना

हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले छात्रों के लिए सरकार प्रवीण योजना लेकर आई है.

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प्रवीण योजना
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Published : Aug 7, 2022, 8:17 PM IST

लखनऊ: किन्हीं कारणों से हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले छात्रों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. योगी सरकार हाईस्कूल-इंटर तक की पढ़ाई करते करते ही छात्रों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. इसके लिए सरकार प्रवीण योजना लेकर आयी है, जिसके क्रियान्वयन में आने वाले दिनों में खासी तेजी देखने को मिलेगी.

योगी सरकार का पूरा जोर रोजगारपरक शिक्षा तथा कौशल विकास की योजनाओं पर है. शिक्षा विभाग एवं कौशल विकास मिशन के साझा प्रयास से प्रदेश में एक अनोखी योजना की परिकल्पना की गई है. इसका नाम 'प्रवीण' रखा गया है, जिसमें कौशल विकास मिशन के सर्टिफिकेट कोर्सेस को माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई के समय में ही संचालित किया जा रहा है. इससे यदि कोई छात्र कक्षा दस या कक्षा बारह के बाद पढ़ाई नहीं करता है तो भी उसके पास रोजगार के लिये एक सर्टिफाइड कौशल उपलब्ध होगा.

प्रवीण योजना के अंतर्गत राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों में वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से जॉब रेडी स्किल्स डेवलप किया जाएगा. इसमें हर कार्य दिवस में स्कूल टाइम के दौरान में निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित किया जाएगा. कौशल विकास मिशन के डायरेक्टर आंद्रा वामसी के अनुसार सरकार की ओर से छात्र-छात्राओं को 11 विभिन्न ट्रेडों की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी एंड वेलनेस, ओडीओपी, रिटेल, ऑटोमोबाइल सहित कई रोजगारपरक विषय शामिल हैं. ट्रेनिंग पूरी होने पर विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा.

अधिकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिए कुल 150 विद्यालयों को चुना गया है. इसमें प्रत्येक जिले में दो स्कूलों का चयन होगा, इसमें एक हायर सेकेंड्री ब्वॉयस स्कूल और एक हायर सेकेंड्री गर्ल्स स्कूल होगा. 2022-23 में सरकार का लक्ष्य कक्षा 9 से 12 तक के 21 हजार छात्र-छात्राओं को स्किल्ड बनाने का है.



माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रवीण योजना के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को सेलेक्ट करेगा तथा उन्हें स्पेशल क्लास उपलब्ध करायी जाएगी. साथ ही कौशल विकास मिशन की ओर से ऐसे विद्यार्थियों की ट्रेनिंग से संबंधित खर्चों को वहन किया जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कई ऐसे अहम् निर्णय और कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की गयी है, जिनके द्वारा आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार हुआ है.

यह भी पढ़ें:ग्राम स्वरोजगार योजना का युवाओं को मिल रहा लाभ, घर से ही कर रहे व्यापार

मुख्यमंत्री की प्रेरणा से माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रवीण योजना को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. इस योजना का मुख्य लक्ष्य सभी विद्यार्थियों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा जारी रखने के लिए समान अवसर सुनिश्चित करते हुए ज्ञान, कौशल और राष्ट्र प्रेम की भावना विकसित करने वाली गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना है.

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लखनऊ: किन्हीं कारणों से हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले छात्रों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. योगी सरकार हाईस्कूल-इंटर तक की पढ़ाई करते करते ही छात्रों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. इसके लिए सरकार प्रवीण योजना लेकर आयी है, जिसके क्रियान्वयन में आने वाले दिनों में खासी तेजी देखने को मिलेगी.

योगी सरकार का पूरा जोर रोजगारपरक शिक्षा तथा कौशल विकास की योजनाओं पर है. शिक्षा विभाग एवं कौशल विकास मिशन के साझा प्रयास से प्रदेश में एक अनोखी योजना की परिकल्पना की गई है. इसका नाम 'प्रवीण' रखा गया है, जिसमें कौशल विकास मिशन के सर्टिफिकेट कोर्सेस को माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई के समय में ही संचालित किया जा रहा है. इससे यदि कोई छात्र कक्षा दस या कक्षा बारह के बाद पढ़ाई नहीं करता है तो भी उसके पास रोजगार के लिये एक सर्टिफाइड कौशल उपलब्ध होगा.

प्रवीण योजना के अंतर्गत राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों में वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से जॉब रेडी स्किल्स डेवलप किया जाएगा. इसमें हर कार्य दिवस में स्कूल टाइम के दौरान में निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित किया जाएगा. कौशल विकास मिशन के डायरेक्टर आंद्रा वामसी के अनुसार सरकार की ओर से छात्र-छात्राओं को 11 विभिन्न ट्रेडों की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी एंड वेलनेस, ओडीओपी, रिटेल, ऑटोमोबाइल सहित कई रोजगारपरक विषय शामिल हैं. ट्रेनिंग पूरी होने पर विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा.

अधिकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिए कुल 150 विद्यालयों को चुना गया है. इसमें प्रत्येक जिले में दो स्कूलों का चयन होगा, इसमें एक हायर सेकेंड्री ब्वॉयस स्कूल और एक हायर सेकेंड्री गर्ल्स स्कूल होगा. 2022-23 में सरकार का लक्ष्य कक्षा 9 से 12 तक के 21 हजार छात्र-छात्राओं को स्किल्ड बनाने का है.



माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रवीण योजना के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को सेलेक्ट करेगा तथा उन्हें स्पेशल क्लास उपलब्ध करायी जाएगी. साथ ही कौशल विकास मिशन की ओर से ऐसे विद्यार्थियों की ट्रेनिंग से संबंधित खर्चों को वहन किया जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कई ऐसे अहम् निर्णय और कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की गयी है, जिनके द्वारा आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार हुआ है.

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मुख्यमंत्री की प्रेरणा से माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रवीण योजना को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. इस योजना का मुख्य लक्ष्य सभी विद्यार्थियों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा जारी रखने के लिए समान अवसर सुनिश्चित करते हुए ज्ञान, कौशल और राष्ट्र प्रेम की भावना विकसित करने वाली गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना है.

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