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कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने की अनुमति देगी योगी सरकार

योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. बिना लक्षण वाले मरीजों को होटल में रहकर इलाज कराने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है. अब सरकार शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की व्यवस्था भी देने जा रही है. इसके साथ ही सीएम योगी ने कई व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

योगी आदित्यनाथ.
योगी आदित्यनाथ.
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Published : Jul 20, 2020, 3:51 PM IST

Updated : Jul 20, 2020, 3:57 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना को लेकर बड़ा फैसला किया है. सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए और लोगों की मांग पर बिना लक्षण वाले मरीजों को होटल में रहकर इलाज कराने की व्यवस्था शुरू कर दी है. अब सरकार शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की व्यवस्था भी देने जा रही है. सरकार की दलील है कि बहुत से लोग बीमारी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. वे अस्पताल में रहना नहीं चाहते. ऐसे में उनसे अन्य लोगों को संक्रमण बढ़ने का खतरा है. ऐसे लोगों को शर्तों के साथ होम आइसोलेट किया जाएगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बड़ी संख्या में कोविड-19 लक्षण रहित संक्रमित लोग बीमारी को छिपा रहे हैं. इससे संक्रमण बढ़ सकता है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार एक निर्धारित प्रोटोकाल के अधीन शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की अनुमति देगी. रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार के पास कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है. पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं.

लोगों को जागरूक करने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि इस व्यवस्था को लागू करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाए. इस संबंध में एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए. जागरूकता अभियान में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, सोशल मीडिया, बैनर, होर्डिंग, पोस्टर और पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाने की सीएम योगी ने बात कही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके. मास्क के अनिवार्य रूप से उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराए जाने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए.

बेहतर इम्यूनिटी बचाव के लिए जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर इम्यूनिटी कोविड से बचाव के लिए जरूरी है. इस संबंध में भी लोगों को जागरूक किया जाए. लोगों को आरोग्य सेतु एप और आयुष कवच कोविड एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. जनता को यह भी बताया जाए कि आयुष कोविड कवच एप में प्रदान की गई जानकारी को अपनाकर इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है.

10 जिलों में कोरोना का खतरा
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को न्यूनतम स्तर पर लाया जाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रभावी कार्रवाई करें. संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग हर दशा में की जाए. लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, बलिया, झांसी, मुरादाबाद और वाराणसी में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि इन जिलों के नोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं. स्वच्छता और सैनिटाइजेशन अभियान को प्रभावी तरीके से चलाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना को लेकर बड़ा फैसला किया है. सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए और लोगों की मांग पर बिना लक्षण वाले मरीजों को होटल में रहकर इलाज कराने की व्यवस्था शुरू कर दी है. अब सरकार शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की व्यवस्था भी देने जा रही है. सरकार की दलील है कि बहुत से लोग बीमारी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. वे अस्पताल में रहना नहीं चाहते. ऐसे में उनसे अन्य लोगों को संक्रमण बढ़ने का खतरा है. ऐसे लोगों को शर्तों के साथ होम आइसोलेट किया जाएगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बड़ी संख्या में कोविड-19 लक्षण रहित संक्रमित लोग बीमारी को छिपा रहे हैं. इससे संक्रमण बढ़ सकता है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार एक निर्धारित प्रोटोकाल के अधीन शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की अनुमति देगी. रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार के पास कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है. पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं.

लोगों को जागरूक करने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि इस व्यवस्था को लागू करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाए. इस संबंध में एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए. जागरूकता अभियान में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, सोशल मीडिया, बैनर, होर्डिंग, पोस्टर और पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाने की सीएम योगी ने बात कही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके. मास्क के अनिवार्य रूप से उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराए जाने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए.

बेहतर इम्यूनिटी बचाव के लिए जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर इम्यूनिटी कोविड से बचाव के लिए जरूरी है. इस संबंध में भी लोगों को जागरूक किया जाए. लोगों को आरोग्य सेतु एप और आयुष कवच कोविड एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. जनता को यह भी बताया जाए कि आयुष कोविड कवच एप में प्रदान की गई जानकारी को अपनाकर इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है.

10 जिलों में कोरोना का खतरा
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को न्यूनतम स्तर पर लाया जाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रभावी कार्रवाई करें. संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग हर दशा में की जाए. लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, बलिया, झांसी, मुरादाबाद और वाराणसी में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि इन जिलों के नोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं. स्वच्छता और सैनिटाइजेशन अभियान को प्रभावी तरीके से चलाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 20, 2020, 3:57 PM IST
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