लखनऊ: प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अगले साल शुरू होगा. इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी भी दो दिन पहले मिल चुकी है. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार, इसके डीपीआर को फाइनल टच दिया जा रहा है. डीपीआर के अनुसार यूपी के 12 शहरों को जोड़ते हुए यह गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जाना है. गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इसे जुड़ने वाले 12 जिलों में विकास की रफ्तार भी तेज होगी और इसका स्वाभाविक लाभ लोगों को मिलेगा.
निर्माण में 36 हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च
एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 36 हजार करोड़ रुपये की भारी-भरकम धनराशि खर्च होगी. यह प्रोजेक्ट योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है और सरकार ने इसके 12 शहरों से गुजरने को लेकर एलाइनमेंट को भी मंजूरी दे दी है. स्वाभाविक है कि जिन 12 शहरों को टच करते हुए यह गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जाएगा, उन शहरों में विकास की रफ्तार भी तेज होगी.
इन 12 शहरों को टच करते हुए निकलेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जाना है. इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है. कैबिनेट से इसके निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद अब जमीन अधिग्रहण का काम किया जाएगा. जमीन अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू किए जाने के संकेत मिल रहे हैं. 12 शहरों में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल है.
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ग्राम सभा की जमीन यूपीडा को मिलेगी नि:शुल्क
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए जुपिटर की तरफ से भूमि अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू होगा. इसमें जो जमीन ग्राम सभा की होगी, वह यूपीड़ा को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा और जो अन्य जमीनों का अधिग्रहण होगा, वह सर्किल रेट के अनुसार संबंधित लोगों को भुगतान किया जाएगा.
किस जिले में कितने किमी तक निकलेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जाएगा. इसकी कुल लंबाई 594 किमी रहेगी. मेरठ में 15 किलोमीटर, बुलंदशहर में 11 किलोमीटर, अमरोहा में 26 किलोमीटर, संभल में 39 किलोमीटर, बदायूं में 92 किलोमीटर, शाहजहांपुर में 40 किलोमीटर, हरदोई में 99 किलोमीटर, उन्नाव में 105 किलोमीटर, रायबरेली में 70 किलोमीटर, प्रतापगढ़ में 41 किलोमीटर और प्रयागराज में 16 किलोमीटर तक एक्सप्रेस-वे जोड़ा जाएगा.