लखनऊ : विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ ने 29 नवंबर को कार्य बहिष्कार करने का एलान किया है. संगठनों के इस एलान से प्रदेश के तीन करोड़ उपभोक्ताओं को दिक्कत हो सकती है, हालांकि दो संगठन कार्य बहिष्कार करने को तैयार हैं. वही, उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने सभी बिजली कंपनियों में कार्य बहिष्कार के दौरान प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को कोई समस्या न हो उनकी समस्याओं का निराकरण होता रहे, इसके लिए अलग-अलग नोडल नियुक्त किया है, जो सीधे तौर पर सभी बिजली कंपनियों के पदाधिकारियों से फीडबैक लेकर प्रांतीय कार्यसमिति को अवगत कराते रहेंगे.
एसोसिएशन ने उपभोक्ता सेवा में कोई व्यवधान न हो इसके लिए रणनीति तैयार कर सभी सदस्यों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. एसोसिएशन की तरफ से अपने सभी सदस्यों को कहा गया है कि वे कार्य बहिष्कार के दिन समय से आधा घंटे पहले कार्यालय पहुंचे और पूरा काम करें.
कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि पावर ऑफिसर एसोसिएशन के सदस्यों को निर्देश जारी किए गए हैं कि कार्य बहिष्कार के मद्देनजर सभी अपने कार्यालय में आधा घंटा पहले पहुंच जाएं और जरूरत पड़ने पर आधा घंटा देरी से ही अपना कार्यालय छोडें. प्रत्येक दिन एसोसिएशन स्थिति का जायजा लेने के बाद उपभोक्ता सेवा में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो इसके मद्देनजर दिशानिर्देश जारी करता रहेगा. लोकेश कुमार और मनोज कुमार को दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का नोडल बनाया गया है, वहीं मुकेश कुमार व आशीष लाल को पश्चिमांचल का नोडल बनाया गया है. दिग्विजय सिंह को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का नोडल बनाया गया है. अजय कुमार व प्रेमचंद को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम का नोडल बनाया गया है. बृंदा प्रसाद को ट्रांसमिशन का नोडल बनाया गया है. सच्चिदानंद को उत्पादन निगम का नोडल बनाया गया है. ये सभी नोडल अपनी-अपनी कंपनी से सभी सूचनाएं एकत्र कर केंद्रीय कार्यसमिति को समय-समय पर सूचित करते रहेंगे. जिसके आधार पर एसोसिएशन अपने निर्णय को आगे बढ़ाता रहेगा.
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