कानपुर: जिले के चौबेपुर में दारोगा से परेशान महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी. मृतका के पति का आरोप है कि दारोगा पत्नी पर झूठी गवाही देने का दबाव बना रहा था और उन दोनों को परेशान किया करता था, जिससे आहत होकर पत्नी ने शनिवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी मिलते ही क्षेत्राधिकारी बिल्हौर सहित थाने की फोर्स मौके पर पहुंची. वहीं पुलिस घटना की गहनता से जांच पड़ताल में जुटी है.
एक लाख रुपये की डिमांड
चौबेपुर के रमेशपुर गांव निवासी मृतका के पति करन ने बताया कि लगभग 5 साल पहले ओमप्रकाश ने विश्वनाथ की जमीन बेची थी, जिसमें वह गवाह था. करन ने आरोप लगाया कि 4 दिन पहले चौबेपुर थाना के दारोगा राकेश कुमार उसे जबरन घर से पूछताछ के लिए उठा ले गए थे और दारोगा करन से कह रहे थे कि जमीन मामले में उसने झूठी गवाही दी है, इसीलिए उसे जेल जाना होगा. अगर जेल से बचना हो तो जुर्माना के तौर पर एक लाख रुपये देने होंगे.
दारोगा को दिए एक लाख रुपये
पत्नी ने किसी तरह से घर का जेवर बेचकर और लोगों से उधार लेकर एक लाख रुपये जुटाकर दारोगा को दिया था, जिसके बाद दारोगा ने उसे छोड़ दिया था. शनिवार को दारोगा फिर उसके घर पहुंच गया और एक लाख रुपये की दोबारा डिमांड करने लगा. जब पत्नी और अधिक पैसा देने में असमर्थ हो गई तो आरोपी दारोगा, पति को जेल भेजने की धमकी देने लगा और करीब 10 साल की सजा होने की बात कही, जिससे परेशान होकर पत्नी ने देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मामले की जांच पड़ताल करने के लिए एसपी को निर्देशित किया गया है. मामला सही पाए जाने पर आरोपी दारोगा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
-अनंत देव, एसएसपी