लखनऊ: यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हो गया. सत्र की शुरुआत भाजपा विधायक आशुतोष टण्डन गोपाल जी और नौ अन्य सदस्य के निधन को लेकर सदन में शोक प्रस्ताव से हुई, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तुत किया. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शोक प्रस्ताव पढ़ा. उत्तर प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र का पहला दिन उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी के निधन पर शोक प्रस्ताव के साथ बुधवार को सुबह 11:00 बजे तक स्थगित किया गया.
-
विधान सभा शीतकालीन सत्र-2023 से पूर्व प्रेस वार्ता... https://t.co/Hv87XaLGTe
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">विधान सभा शीतकालीन सत्र-2023 से पूर्व प्रेस वार्ता... https://t.co/Hv87XaLGTe
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 28, 2023विधान सभा शीतकालीन सत्र-2023 से पूर्व प्रेस वार्ता... https://t.co/Hv87XaLGTe
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 28, 2023
इसके अलावा सत्र में खास बात यह रही कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत सपा के सभी विधायक काले कपड़े में विधानसभा पहुंचे. दरअसल, यूपी विधानसभा की नई नियमावली के विरोध में सभी सपाई काले कपड़े पहनकर आए थे. इस दौरान सत्र स्थगित होने के बाद समाजवादी पार्टी को विधानसभा के भीतर एक बड़ा कार्यालय दिया गया. इस कार्यालय का उद्घाटन विधानसभा के सभापति सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ किया.
सबसे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आशुतोष टंडन गोपाल जी वह नौ पूर्व सदस्यों के प्रति अपना शोक प्रस्ताव प्रस्तुत किया. इसके बाद में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की ओर से प्रस्ताव प्रस्तुत किया कांग्रेस की ओर से विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और बसपा की ओर से उमाशंकर सिंह ने प्रस्ताव प्रस्तुत किया.
सुहेलदेव समाज पार्टी की ओर से ओमप्रकाश राजभर ने अपनी बात रखी. विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि आशुतोष टंडन गोपाल जी को सीखने में कोई परेशानी नहीं थी. उनके न होने से भाजपा को एक सशक्त कार्यकर्ता, लखनऊ ने एक जननेता और सदन ने एक बेह्तरीन विधायक खो दिया है.
इन पूर्व विधायकों को अर्पित की गई श्रद्धांजलि
खालिद गौरी हरदोई, पिहानी
कृष्ण किंकर सिंह बस्ती कप्तानगंज
रामपाल यादव, सीतापुर बिस्वा
नरेश चंद्र, लखीमपुर, खीरी
जगवीर सिंह, खैर, अलीगढ़
गणपत सिंह, पनीयारा , गोरखपुर
दिनेश जौहरी बरेली सिटी, बरेली
अनिल कुमार दोहरे, कन्नौज सदर, कन्नौज
महावीर सिंह राणा, सहारनपुर
अखिलेश यादव ने कैंसर के बेहतर इलाज की मांग की
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज के विधायक अनिल दोहरे की कैंसर से हुई मौत को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश में कैंसर के बेहतर इलाज की आवश्यकता है. दोहरे को इलाज के लिए मेदांता अस्पताल गुड़गांव भेजा गया था जहां उनके पारिवारिक जन संतुष्ट नहीं थे. उसके बाद में उनका लखनऊ के पीजीआई में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने कहा कि कैंसर के समुचित इलाज के लिए उत्तर प्रदेश में बेहतर व्यवस्था किए जाने की आवश्यकता है. उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायकों के मोबाइल ले जाने पर रोक और अन्य विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर भी अखिलेश यादव ने इसको गैर लोकतांत्रिक करार दिया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इसीलिए आज काले कपड़े पहनकर सदन में पहुंची है और पूरे सदन के दौरान इसी तरह से विरोध किया जाता रहेगा.
प्रतिबंध के बावजूद बजा किसी विधायक का मोबाइल
विधानसभा में शोक प्रस्ताव पर जब अध्यक्ष सतीश महाना बोल रहे थे इस दौरान किसी विधायक का मोबाइल काफी देर तक बजा. घंटी बजती रही. इसे लेकर सतीश महाना नाराज नजर आए और उन्होंने शोक प्रस्ताव को पढ़ना रोक दिया फिर मोबाइल बंद हो गया और कार्यवाही आगे बढ़ाई गई.
सत्र शुरू होने से पहले सीएम योगी ने विपक्ष से की सहयोग की अपील
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस वार्ता कर कहा कि बीते 6.5 वर्षों में यूपी विधासभा में कार्रवाई जिस गरिमा पूर्ण तरीके से आगे बढ़ी है वह लोगों के लिए कौतहूल और आश्चर्य का विषय बना है. यही सदन था जब यहां मारपीट की घटना हुई थी. अब इस सदन में जनसमस्याओं को अच्छे से रखा जा रहा है. मेरी अपील है विपक्षी दलों से की कि जिस गरिमापूर्ण तरीके के साथ यूपी विधानमंडल चर्चा में है उसकी गरिमा को बनाए रखने की जिम्मेदारी सत्ता और विपक्ष की है. विपक्ष के हर सवाल के जवाब को देने के लिए तैयार है. विपक्षी दलों के सदस्य सदन की गरिमा को बनाए रखेंगे. जनहित से जुड़े मुद्दों को रखने में सहयोग करेंगे. शीतकालीन सत्र को आगे बढ़ाने में सहयोग देंगे. वहीं, सपाइयों ने सत्र के दौरान सरकार का काले कपड़े पहनकर विरोध करने की तैयारी की है. बता दें कि यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 नवंबर से चार दिन तक चलेगा.
अखिलेश यादव को विधानसभा में मिला बड़ा कार्यालयः उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को अब विधानसभा के भीतर एक बड़ा कार्यालय दिया गया है. इस कार्यालय का उद्घाटन विधानसभा के सभापति सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंगलवार की दोपहर में किया. इस मौके पर समाजवादी पार्टी विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडे भी मौजूद रहे. अखिलेश यादव ने सतीश महाना का बड़ा कार्यालय देने को लेकर आभार जताया.
सपा का बढ़ा कद, कांग्रेस-बसपा का घटाः सपा का कद बड़ा किया गया है और कांग्रेस और बसपा के कार्यालय अब छोटे किए गए हैं. कांग्रेस के पास दो विधायक हैं और बसपा के पास केवल एक. इसलिए इन दोनों दलों को अब मात्र केबिन से ही संतुष्ट रहना होगा. समाजवादी पार्टी पिछले काफी समय से विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से अनुरोध करती रही है कि सदस्य संख्या को देखते हुए उन्हें अपेक्षाकृत बड़ा कार्यालय विधानसभा में दिया जाए. उनकी इस मांग को स्वीकार करते हुए कुछ पुराने आफिस को एक में करके एक बड़ा भव्य कार्यालय बनवाकर अखिलेश यादव की पार्टी को दे दिया गया है.
कांग्रेस और बसपा ने क्या कहाः दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि भले ही उनको छोटा कार्यालय दिया गया हो मगर विधानसभा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि अगले सत्र में उनके लिए भी एक बड़े कार्यालय की व्यवस्था कर दी जाएगी. उनके कार्यालय का निर्माण भी बहुत जल्द शुरू कर दिया जाएगा, ताकि वे केबिन की जगह एक व्यवस्थित ऑफिस में जा सकें.
ये भी पढ़ेंः मौसम अलर्टः अलीगढ़ में बारिश, धुंध की वजह से आज स्कूल बंद, कानपुर और मेरठ सबसे ठंडे