लखनऊ: निगोहा थाना इलाके के रत्नापुर गांव निवासी एक महिला अपने पति की शराब की लत व उसके द्वारा रोजाना की जा रही पिटाई से परेशान थी. तंग आकर वो कमरे में पंखे के हुक में साड़ी का फंदा डालकर आत्महत्या का प्रयास कर ही रही थी. तभी सास की नजर उस पर पड़ गई. सास की समझदारी से बहू की जान बच गई.
दरअसल, निगोहा थाना क्षेत्र के रत्नापुर गांव निवासी मैकूलाल चौकीदार है. मैकूलाल की पत्नी पूर्णिमा अपने पति के शराब पीकर रोजाना मारपीट करने से परेशान थी. क्षुब्ध होकर मंगलवार रात वह अपने कमरे में लगे पंखे के हुक में साड़ी का फंदा डालकर आत्महत्या करने की कोशिश कर रही थी. उसी दौरान उसकी सास फूलमती की नजर उस पर पड़ गई. तभी सास ने बहू के बारे में बेटे को बताया. जिसके बाद बेटा निगोहा थाना पहुंचकर दारोगा रामदेव को पूरी आपबीती बताई. इधर सास अपनी बहू को ऐसा कदम उठाने से मना करती रही और बातों में उलझा रखा. तब तक मौके पर पहुंचे दारोगा ने पूर्णिमा को बहुत समझाया बुझाया और उसकी पूरी मदद का आश्वासन दिया, जिसके बाद महिला ने दरवाजा खोला.
पूर्णिमा ने दारोगा को बताया कि उसका पति निगोहा थाने का चौकीदार है, जो नशे का आदी है. वह प्रतिदिन नशे में धुत होकर घर वापस लौटता है और उसकी पिटाई करता है. उसने बताया कि इसकी वजह से ही मजबूर होकर उसने यह कदम उठाया था. इसके बाद दारोगा ने आरोपी पति को निगोहा थाने ले जाकर हवालात में डाल दिया.