लखनऊ : सरकार ने किसानों को उनकी फसल का उचित लागत मूल्य देने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी कई गेंहू क्रय केंद्र बंद है. जिसकी वजह से किसान अपना गेहूं कम दाम पर बिचौलियों को बेचने पर मजबूर है.
बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर
- सरकार द्वारा किसानों को सशक्त बनाने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले गए, जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके.
- इसके बावजूद भी राजधानी के मोहनलालगंज ब्लॉक के कई गेहूं क्रय केंद्र बंद पड़े हैं. इसकी वजह से स्थानीय किसान अपनी फसल कम दाम में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर हैं.
- कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र सचिव ने बताया कि मेरा स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से गेहूं क्रय केंद्र बंद है. उच्च अधिकारियों ने अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है.
- गेहूं क्रय केंद्र पर मौजूद किसान ने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र बंद होने की वजह से उसने अपनी फसल को बिचौलिए को बेचना पड़ा. जिससे उसका काफी नुकसान भी हुआ है.
'मोहनलालगंज तहसील में 11 केन्द्र मोहनलालगंज ब्लाक में और 7 केन्द्र गोशाईगंज खोले गए हैं और हर जगह निरीक्षण हो रहा है. अधिकारी फील्ड में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं कि कोई भी क्रय केन्द्र बंद न मिले और किसानों के गेहूं को उचित दाम पर खरीदा जाए. कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र से एक शिकायत आई थी कि वहां के केन्द्र प्रभारी की तबीयत खराब है उनको टीवी की शिकायत थी, उनके रिप्लेस करने की कार्रवाई की जा रही है'.
- सूर्यकांत त्रिपाठी, एसडीएम, मोहनलालगंज