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लखनऊ: क्रय केंद्र बंद होने से किसान परेशान, बिचौलिए को बेच रहे गेहूं

लखनऊ में गेहूं क्रय केंद्र बंद होने से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते किसान अपना गेहूं कम दाम पर बिचौलियों को बेचने पर मजबूर हैं.

गेहूं क्रय केंद्र बंद होने से बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर हैं किसान.
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Published : May 20, 2019, 8:20 PM IST

लखनऊ : सरकार ने किसानों को उनकी फसल का उचित लागत मूल्य देने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी कई गेंहू क्रय केंद्र बंद है. जिसकी वजह से किसान अपना गेहूं कम दाम पर बिचौलियों को बेचने पर मजबूर है.

गेहूं क्रय केंद्र बंद होने से बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर हैं किसान.

बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर

  • सरकार द्वारा किसानों को सशक्त बनाने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले गए, जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके.
  • इसके बावजूद भी राजधानी के मोहनलालगंज ब्लॉक के कई गेहूं क्रय केंद्र बंद पड़े हैं. इसकी वजह से स्थानीय किसान अपनी फसल कम दाम में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर हैं.
  • कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र सचिव ने बताया कि मेरा स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से गेहूं क्रय केंद्र बंद है. उच्च अधिकारियों ने अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है.
  • गेहूं क्रय केंद्र पर मौजूद किसान ने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र बंद होने की वजह से उसने अपनी फसल को बिचौलिए को बेचना पड़ा. जिससे उसका काफी नुकसान भी हुआ है.

'मोहनलालगंज तहसील में 11 केन्द्र मोहनलालगंज ब्लाक में और 7 केन्द्र गोशाईगंज खोले गए हैं और हर जगह निरीक्षण हो रहा है. अधिकारी फील्ड में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं कि कोई भी क्रय केन्द्र बंद न मिले और किसानों के गेहूं को उचित दाम पर खरीदा जाए. कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र से एक शिकायत आई थी कि वहां के केन्द्र प्रभारी की तबीयत खराब है उनको टीवी की शिकायत थी, उनके रिप्लेस करने की कार्रवाई की जा रही है'.
- सूर्यकांत त्रिपाठी, एसडीएम, मोहनलालगंज

लखनऊ : सरकार ने किसानों को उनकी फसल का उचित लागत मूल्य देने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी कई गेंहू क्रय केंद्र बंद है. जिसकी वजह से किसान अपना गेहूं कम दाम पर बिचौलियों को बेचने पर मजबूर है.

गेहूं क्रय केंद्र बंद होने से बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर हैं किसान.

बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर

  • सरकार द्वारा किसानों को सशक्त बनाने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले गए, जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके.
  • इसके बावजूद भी राजधानी के मोहनलालगंज ब्लॉक के कई गेहूं क्रय केंद्र बंद पड़े हैं. इसकी वजह से स्थानीय किसान अपनी फसल कम दाम में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर हैं.
  • कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र सचिव ने बताया कि मेरा स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से गेहूं क्रय केंद्र बंद है. उच्च अधिकारियों ने अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है.
  • गेहूं क्रय केंद्र पर मौजूद किसान ने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र बंद होने की वजह से उसने अपनी फसल को बिचौलिए को बेचना पड़ा. जिससे उसका काफी नुकसान भी हुआ है.

'मोहनलालगंज तहसील में 11 केन्द्र मोहनलालगंज ब्लाक में और 7 केन्द्र गोशाईगंज खोले गए हैं और हर जगह निरीक्षण हो रहा है. अधिकारी फील्ड में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं कि कोई भी क्रय केन्द्र बंद न मिले और किसानों के गेहूं को उचित दाम पर खरीदा जाए. कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र से एक शिकायत आई थी कि वहां के केन्द्र प्रभारी की तबीयत खराब है उनको टीवी की शिकायत थी, उनके रिप्लेस करने की कार्रवाई की जा रही है'.
- सूर्यकांत त्रिपाठी, एसडीएम, मोहनलालगंज

Intro:सरकार ने किसानों को उनकी फसल का उचित लागत मूल्य देने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी कई गेंहू क्रय केंद्र बंद है जिसकी वजह से किसान आज भी अपने गेहूं को बिचौलियों को बेचने पर मजबूर है।


Body:सरकार द्वारा किसानों को सशक्त बनाने के लिए जगह-जगह गेहूं क्रय केंद्र खोले गए जिससे किसानों को उनकी खून पसीने से उगाई गई फसल का उचित मूल्य मिल सके। ईटीवी भारत आज मोहनलालगंज ब्लॉक के गेहूं क्रय केंद्रों की पड़ताल करने निकला है जिसमें पाया कि कई गेहूं क्रय केंद्र बंद पड़े हैं जिसकी वजह से स्थानीय किसानों को अपनी फसल कम दाम में बिचौलियों को बेचनी पड़ रही है।

राजधानी लखनऊ के निगोहा और कांटा करौंदी गांव के गेहूं क्रय केंद्र हमारी पड़ताल में बंद मिले। गेहूं क्रय केंद्र के कर्मचारियों ने पूछने पर बताया कि स्वास्थ्य की समस्या के चलते गेहूं क्रय केंद्र बंद है उच्च अधिकारियों ने अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है।

वहीं मौजूद के सामने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र बंद होने की वजह से उसने अपनी फसल को बिचौलियों को बेचा जिससे उसका काफी नुकसान भी हुआ है।

गेहूं क्रय केंद्र के सचिव ने बताया कि पिछले काफी समय से क्रय केंद्र को पैसा नहीं मिला है जिसके चलते भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

बाइट- अम्ब्रीश कुमार (किसान)
बाइट-राम चन्द्र यादव ( सचिव गेहूं क्रय केंद्र)

वहीं इस पूरे मामले पर एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने कहा कि जो केंद्र बंद है उन्हें भी जल्दी शुरू कर दिया जाएगा। और लगातार सभी क्रय केंद्रों का निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।

बाइट- सूर्यकांत त्रिपाठी (एसडीएम मोहनलालगंज)

पीटीसी योगेश मिश्रा


Conclusion:जहां एक तरफ सरकार किसानों को उनकी फसल का उचित समर्थन मूल्य देने की बात कह रही है वहीं अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी किसान परेशान नजर आ रहा है अब देखने वाली बंद पड़े गेहूं क्रय केंद्र कब तक खुलते हैं।

योगेश मिश्रा लखनऊ
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