लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार लगातार चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है. इसी के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए भी कई योजनाएं प्रदेश सरकार चला रही है. इनमें से एक जननी सुरक्षा योजना है. यह स्वास्थ्य मिशन के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है. इस योजना का उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देते हुए मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना है.
भारत सरकार ने 1 जून, 2011 को जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेएसएसके) लॉन्च किया था. अनुमान है कि 12 मिलियन से अधिक गर्भवती महिलाओं को इस योजना से लाभ हो चुका है. लखनऊ के हजरतगंज स्थित वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. निवेदिता ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जननी सुरक्षा योजना की शुरुआत की गई है.
जननी सुरक्षा योजना का कैसे मिलता है लाभः डॉ. निवेदिता ने बताया कि यह योजना गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं के लिए है. रोजाना अस्पताल में लगभग 30 से 40 गर्भवती महिलाओं का प्रसव होता है. ऐसे में महिलाओं को भर्ती करने के दौरान ही जननी सुरक्षा योजना के तहत होने वाले लाभ के बारें में बताया जाता है. वह किस तरह से इस योजना का लाभ उठा सकती हैं, इसके बारें में भी उन्हें जानकारी दी जाती है. ताकि वह इस योजना का लाभ उठा सकें. योजना का उद्देश्य, गरीब गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देते हुए मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना है.
जननी सुरक्षा योजना के लाभः जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1,400 रुपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत उन्हें पांच हजार रुपये और मिलते हैं. प्रसव के बाद पांच साल तक जच्चा-बच्चा के टीकाकरण को लेकर भी उन्हें संदेश मिलते रहते हैं. केवल गर्भवती महिलाएं जो 19 वर्ष या उससे अधिक उम्र की हैं, जननी सुरक्षा योजना के तहत पात्र होती हैं.
जननी सुरक्षा योजना का फॉर्म कैसे भरेंः सबसे पहले आपको स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा. वेबसाइट के होम पेज पर आपको एप्लिकेशन फॉर्म पीडीएफ डाउनलोड (Application Form PDF Download) करना है. इसके बाद आवेदन फॉर्म को प्रिंट कर लेना है.
डिलीवरी के कितने दिन बाद मिलते हैं रुपयेः जननी सुरक्षा योजना में गर्भवती महिलाओं को छह हजार रुपये की सम्मान राशि नगद दी जाती है. जिससे वह बहुत आसानी से बच्चे का भरण पोषण करती हैं. सरकार की इस योजना के लिए आशा बहुओं को जिम्मेदारी सौंप गई है कि वह ग्रामीण क्षेत्र में जाकर ऐसी गर्भवती महिलाओं को ढूंढे, जिनके पास आय का साधन नहीं है, जो गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं.
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