लखनऊ : आज साल 2021 के सितंबर महीने का दूसरा और भाद्रपद महीने का चौथा बुधवार है. मान्यता के मुताबिक बुधवार का संबंध जहां बुध ग्रह से है वहीं शास्त्रों में बुधवार का दिन शिवजी के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित है. शास्त्रों में ऐसे कई उपाय हैं जो गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए बुधवार किए जाते हैं. बुधवार को यदि कुछ उपाय किए जाएं तो भगवान गणेश की कृपा पाई जा सकती है. मान्यता के मुताबिक बुधवार को विध्नहर्ता यानी भगवान गणेश की पूजा करने से विशेष लाभ होता है.
हर काम को शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा होती है, ताकि हर काम बिना किसी विघ्न के पूरा हो सके. श्री गणेश संहिता के अनुसार मंगलमूर्ति गणेश सभी देवताओं में अपनी कुशाग्र बुद्धि और विवेक के कारण सबसे पहले पूजे जाते हैं. कहा जाता है की इनका ध्यान करने मात्र से व्यक्ति के जीवन की सारी परेशानियां हल हो जाती है. इसी कारण तो किसी भी शुभ मांगलिक कार्यों को आरंभ करने से पहले श्री गणपति जी का न सिर्फ आवाहन किया जाता है बल्कि उनकी विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है.
माना जाता है कि धन संबंधित परेशानियां या अन्य कोई समस्या हो तो बुधवार के दिन भगवान श्रीगणेश जी का पूजन करने से हर समस्या दूर हो जाती है. आज हम आपको उनकी कृपा पाने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं.
इस दिन 'गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः' या फिर 'ओम गं गणपतये नमः' मंत्र के जाप से सारे कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी अच्छी हो जाती है. नारद पुराण के मुताबिक गणेश जी के 12 नाम हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन. नारद पुराण में वर्णित श्रीगणेश जी के इन 12 नामों का बुधवार के दिन सुबह-शाम 108 बार जप करने से सभी विघ्नों का नाश हो जाता है.
बिगड़े काम बनाने के लिए बुधवार को गणेश मंत्र का स्मरण करें-
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय.
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्.
अर्थात भगवान गणेश आप सभी बुद्धियों को देने वाले, बुद्धि को जगाने वाले और देवताओं के भी ईश्वर हैं. आप ही सत्य और नित्य बोधस्वरूप हैं. आपको मैं सदा नमन करता हूं. कम से कम 21 बार इस मंत्र का जप जरुर होना चाहिए.
ग्रह दोष और शत्रुओं से बचाव के लिए- पुराणों में गणेशजी की भक्ति शनि सहित सारे ग्रहदोष दूर करने वाली भी बताई गई हैं.
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:.
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:..
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:.
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम्..
ये भगवान गणेश जी के बारह नाम है. इन नामों का जप उचित स्थान पर बैठकर किया जाए तो यह उत्तम फलदायी है. जब पूरी पूजा विधि हो जाए तो कम से कम 11 बार इन नामों का जप करना शुभ होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुधवार के दिन भगवान श्रीगणेश जी के इन बारह नामों का ध्यान करने से भगवान गौरी नंदन गणेश अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न होते हैं. इसलिए अगर आप गणपति जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो अपने घर के ही पूजा में विधि-विधान से गणेश पूजा करें और उनके बारह नामों का 108 बार जप करते हुए ध्यान करने से सभी कार्य सफल हो जाते हैं.
बुधवार के अचूक उपाय (Budhwar Ke Upay)
बुधवार को गणेशजी के मंदिर में जाकर दर्शन करें.
श्रीगणेश को हरी दूर्वा चढ़ाएं.
हर बुधवार को गाय को हरी घास खिलाएं.
बुधवार के दिन गणेशजी को सिंदूर अर्पित करें. श्रीगणेश को सिंदूर चढ़ाने से समस्त परेशानियां दूर होकर सभी समस्याओं का समाधान होता है.
गणेश मंदिर में 7 बुधवार तक गुड़ का भोग चढ़ाएं, आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी.
मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त करने और बाधाएं दूर करने के हेतु गणेश रुद्राक्ष धारण करें.
गणेश जी को मूंग के लड्डुओं का भोग चढ़ाकर हर तरह की परीक्षा में पास होने के लिए प्रार्थना करें.