लखनऊ: देश के गृहमंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल में एनआरसी पर दिए गए बयान के बाद से एक बार फिर से एनआरसी का मुद्दा गर्म होता दिखाई दे रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विभाजनकारी राजनीति न करने की सलाह देते हुए बीजेपी पर पलटवार किया. वहीं वसीम रिजवी ने ममता बनर्जी पर भी बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ममता दीदी की सरकार में बंगाल के रास्ते हिंदुस्तान में लाखों घुसपैठिए दाखिल हुए थे.
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रिजवी ने NRC को बताया जरूरी
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एनआरसी को पूरे देश में लागू करने की बात कहते हुए इसका स्वागत किया. साथ ही इसको वक्त के हिसाब से जरूरी करार दिया.
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लाखों की तादाद में दाखिल हुए थे घुसपैठिए
रिजवी ने ईटीवी भारत से एनआरसी मामले पर बात करते हुए बताया कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और बंगाल में ममता बनर्जी हमारी दीदी बैठी थीं, तब बॉर्डर से लाखों की तादाद में घुसपैठिए बगैर शिनाख्त के बंगाल के रास्ते से हिंदुस्तान में दाखिल हुए थे.
घुसपैठियों की हो पहचान
उस समय दाखिल हुए ये घुसपैठिए पूरे हिंदुस्तान में फैल गए. उत्तर प्रदेश के साथ हर प्रदेश में ऐसे लोगों की पहचान होनी चाहिए.
गौरतलब है कि इन दिनों एनआरसी को लेकर देश में चर्चाएं काफी जोरों पर हैं. हालांकि काफी पहले ही असम में एनआरसी लागू किया गया था, जिसके नतीजे भी सामने आ चुके है. ऐसे में उत्तर प्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों में भी एनआरसी लागू किए जाने की बात चल रही है.