लखनऊ: देश के बड़े इस्लामिक शिक्षण संस्थानों में से एक दारुल उलूम देवबंद को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा होता दिखाई दे रहा है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दारुल उलूम देवबंद को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने भी देवबंद पर विवादित टिप्पणी कर हंगामा खड़ा कर दिया है.
वसीम रिजवी ने बुधवार को अपने जारी किए हुए बयान में कहा कि देवबंदी इस्लामिक साजिश देश के पढ़े-लिखे मुस्लिम नौजवानों को कट्टरपंथी बना रही है. अब अब्दुल कलाम जैसे मुसलमानों का हिंदुस्तान के लिए योगदान देना बस एक इतिहास है. वसीम रिजवी ने विवादित टिप्पणी करते हुए गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अब देवबंदी विचारधारा के द्वारा लाखों कसाब तैयार किए जाने की तैयारी हो रही है.
रिजवी ने अपने बयान में कहा कि पहले इस्लामिक दाढ़ी रखने वाले व्यक्ति को उसके आचरण के लिए इज्जत की निगाह से देखा जाता था पर अब इस्लामिक दाढ़ी रखने वाले लोगों को देखकर डर-भय और खौफ पैदा होता है. यह देवबंद जैसे मदरसों की ही देन है.
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वसीम रिजवी का दारुल उलूम देवबंद को लेकर यह विवादित बयान उस वक्त आया है जब पहले से ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर विवाद मचा हुआ है, जिसमें उन्होंने दारुल उलूम देवबंद को आतंकवाद की गंगोत्री तक कह डाला था. गिरिराज सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए अपने बयान में कहा था कि जितने भी बड़े आतंकवादी पैदा हुए वह सब देवबंद से ही है.