लखनऊ : देश के पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा हो गई है. विधानसभा चुनाव से पहले धर्म संसद का मुद्दा भी गर्म हो गया है. उत्तराखंड के हरिद्वार में धर्म संसद के नाम से हुए कार्यक्रम में भड़काऊ बयान और धर्म विशेष के खिलाफ ज़हर उगलने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब हर प्रदेश में हर महीने धर्म संसद लगाने की चेतावनी वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने डाली है.
एक तरफ जहां हरिद्वार में धर्म संसद के बाद वसीम रिजवी समेत कई संतों पर उत्तराखंड पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं, छत्तीसगढ़ में हुई धर्म संसद में कालीचरण बाबा द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान और विवादित टिप्पणी पर जेल भेज दिया गया है.
हाल ही में मुसलमान से हिंदू बने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी ने असदुद्दीन ओवैसी और मौलाना तौकीर रज़ा समेत मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को चैलेंज किया है. उन्होंने कहा की तुम 20 करोड़ मुसलमानों को भी जमाकर लो तो ग्रह युद्ध नहीं कर सकते. वसीम रिजवी ने कहा की तुम हिंदुओं को भयभीत कर रहे हो, भीड़ इकट्ठा करके. पाकिस्तान के इशारे पर ग्रह युद्ध जैसा माहौल बना रहे हो, लेकिन सनातन धर्म के मानने वालों का खून पानी नहीं है, जिसको इतनी आसानी से बहा लिया जाए. रिजवी ने कहा की देश में अब बाबर और औरंगजेब की हुकूमत भी नहीं है, जो सर काट दिए जाए. वसीम रिजवी ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम धर्म संसद हर जगह और महीने करेंगे.
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गौरतलब है कि अपने भाषण में असदुद्दीन ओवैसी ने धर्म संसद पर निशाना साधा था. वहीं, मौलाना तौकीर रजा ने हिंदू धर्म संसद के विरोध में मुस्लिम धर्म संसद बुलाकर हजारों लोगों का मजमा इखट्टा कर, वसीम रिजवी और डासना मंदिर के यति नरसिम्हा नंद सरस्वती समेत भड़काऊ बयान देने वाले संतों के खिलाफ बयान दिया था. वहीं, अब ओवैसी, मौलाना तौकीर रजा और पर्सनल लॉ बोर्ड को चैलेंज करते हुए वसीम रिजवी ने हर महीने धर्म संसद के नाम पर कार्यक्रम करने का बयान दे डाला है. हालांकि, वसीम रिज़वी ने कहा कि अब हम लड़ने के लिए नहीं, लेकिन अपनी हिफाजत के लिए धर्म संसद करेंगे.
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