लखनऊ: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रविवार को वाजिद अली शाह अवध महोत्सव 2022 का आगाज हुआ. इस कार्यक्रम का उद्घाटन संगीत नाटक अकादमी परिसर में किया गया है. तीन दिनों के इस महोत्सव की शुरुआत हैरिटेज वॉक से हुई. इतिहासकार रवि भट्ट ने धरोहरों से जुड़े अवधी परंपरा के किस्से सुनाये. वहीं, अमीरुदौला लाइब्रेरी, सफेद बारादरी, परीखाना और सआदत अली खां के मकबरे का इतिहास बताया.
अवध महोत्सव 2022 का आयोजन संगीत नाटक अकादमी परिसर में 29 मार्च तक चलेगा. कार्यक्रम की शुरूआत लोक गायिका पदमश्री मालिनी अवस्थी, पूर्व मुख्य सचिव देवेंद्र चौधरी, संगीत नाटक अकादमी सचिव तरुण राज ने दीप प्रज्जवलित कर की. मुकेश मेश्राम ने कहा कि संस्कृति का लोकतंत्रीकरण करने की दिशा में संस्कृति-पर्यटन विभाग अग्रसर है. पदमश्री मालिनी अवस्थी ने बताया कि यह अवध महोत्सव कला संस्कृति का बेजोड़ संगम है.
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महोत्सव में 28 मार्च को शाम 6 बजे से गायिका कविता सिंह, आल्हा गायक फौजदार सिंह ने प्रस्तुति दी. सांस्कृति शाम में बेगम अख्तर अवार्ड से विभूषित रामपुर घराने के गायक सखावत हुसैन ने गजल गायकी से मुरीद बनाया. उन्होंने शायर माकूर अली की गजल नजर-नजर में उतरना कमाल है से सबके दिलों को जीत लिया. कार्यक्रम में कुलतार सिंह ने गजलों और गीतों से आनंदित किया. अयोध्या के कलाकारों ने अवध के पांरपरिक फरवाही नृत्य किया.
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