ETV Bharat / state

दूर हुई यात्रियों की कमी, दौड़ने लगी शताब्दी - लखनऊ से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में टिकट नहीं

अनलाॅक में यात्रियों की कमी से जूझ रही शताब्दी एक्सप्रेस में अब यात्रियों की संख्या में इजाफा होने लगा है. वहीं लखनऊ से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को टिकट के लिए मारामारी करनी पड़ रही है.

शताब्दी ट्रेन में बढ़ी यात्रियों की संख्या.
शताब्दी ट्रेन में बढ़ी यात्रियों की संख्या.
author img

By

Published : Dec 28, 2020, 10:52 PM IST

लखनऊ: कोरोना काल के बाद हुए अनलॉक में रेलवे ने शताब्दी का संचालन शुरू किया गया, लेकिन पटरी पर आने में शताब्दी को काफी समय लगा. अब धीरे-धीरे इस ट्रेन को यात्री मिलने लगे हैं. यात्रियों की संख्या में इजाफा होने के बाद रेलवे अधिकारी उम्मीद जता रहे कि आने वाले दिनों में शताब्दी में पहले की ही तरह यात्री सफर करना पसंद करेंगे.



कोरोना के प्रकोप के कारण मार्च माह में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया था. इसके बाद शताब्दी एक्सप्रेस 12 सितंबर से फिर शुरू हुई, लेकिन ट्रेन को उम्मीद के मुताबिक यात्री नहीं मिल रहे थे. पहले दिन से ही ट्रेन में अधिक से अधिक सीटें खाली रही गई थी. कॉरपोरेट सेक्टर की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को भी यात्री नहीं मिले. यात्रियों के अभाव में तेजस का संचालन बंद करना पड़ा. शताब्दी एक्सप्रेस के संचालन में भी दिक्कत आ रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे शताब्दी की स्थिति में सुधार होने लगा है.

शताब्दी की चेयर कार में पहले जहां 600 से 700 तक सीटें खाली रहती थीं, वहीं अब यह घटकर 250 तक पहुंच गई है. एग्जीक्यूटिव क्लास में इस सप्ताह वेटिंग शुरू हो गई है. रेलवे अधिकारियों ने अनुसार शताब्दी एक्सप्रेस को लेकर यात्रियों का रुझान बढ़ने लगा है. नए साल पर यात्रियों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है.


इन ट्रेनों में सीटों की मारामारी

एक तरफ शताब्दी को धीरे-धीरे यात्री मिलना शुरू हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ लखनऊ से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन लखनऊ मेल और एसी एक्सप्रेस में यात्रियों को टिकट वेटिंग में मिल रहा है. इस सप्ताह लखनऊ मेल के स्लीपर में 59, 71, 42, 38, 43 और थर्ड एसी में 17,10,33 वेटिंग चल रही है. इसी तरह एसी स्पेशल की थर्ड एसी में वेटिंग 36, 65, 42 चल रही है.

लखनऊ: कोरोना काल के बाद हुए अनलॉक में रेलवे ने शताब्दी का संचालन शुरू किया गया, लेकिन पटरी पर आने में शताब्दी को काफी समय लगा. अब धीरे-धीरे इस ट्रेन को यात्री मिलने लगे हैं. यात्रियों की संख्या में इजाफा होने के बाद रेलवे अधिकारी उम्मीद जता रहे कि आने वाले दिनों में शताब्दी में पहले की ही तरह यात्री सफर करना पसंद करेंगे.



कोरोना के प्रकोप के कारण मार्च माह में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया था. इसके बाद शताब्दी एक्सप्रेस 12 सितंबर से फिर शुरू हुई, लेकिन ट्रेन को उम्मीद के मुताबिक यात्री नहीं मिल रहे थे. पहले दिन से ही ट्रेन में अधिक से अधिक सीटें खाली रही गई थी. कॉरपोरेट सेक्टर की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को भी यात्री नहीं मिले. यात्रियों के अभाव में तेजस का संचालन बंद करना पड़ा. शताब्दी एक्सप्रेस के संचालन में भी दिक्कत आ रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे शताब्दी की स्थिति में सुधार होने लगा है.

शताब्दी की चेयर कार में पहले जहां 600 से 700 तक सीटें खाली रहती थीं, वहीं अब यह घटकर 250 तक पहुंच गई है. एग्जीक्यूटिव क्लास में इस सप्ताह वेटिंग शुरू हो गई है. रेलवे अधिकारियों ने अनुसार शताब्दी एक्सप्रेस को लेकर यात्रियों का रुझान बढ़ने लगा है. नए साल पर यात्रियों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है.


इन ट्रेनों में सीटों की मारामारी

एक तरफ शताब्दी को धीरे-धीरे यात्री मिलना शुरू हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ लखनऊ से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन लखनऊ मेल और एसी एक्सप्रेस में यात्रियों को टिकट वेटिंग में मिल रहा है. इस सप्ताह लखनऊ मेल के स्लीपर में 59, 71, 42, 38, 43 और थर्ड एसी में 17,10,33 वेटिंग चल रही है. इसी तरह एसी स्पेशल की थर्ड एसी में वेटिंग 36, 65, 42 चल रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.