लखनऊ: राजधानी में रविवार सुबह उम्रदराज कारों का जलवा देखने को मिला. मौका था इंडियन ऑयल और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित विंटेज कार रैली का. इस रैली में 1928 से लेकर 1975 तक की गाड़ियां शामिल थी, जो अपना इतिहास खुद बयां कर रही थीं.
इस बार विंटेज कार रैली की दूरी 90 किलोमीटर तय की गई है. यह रैली उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग से शुरू होकर सीतापुर जाकर समाप्त होगी. इस रैली का मकसद सिर्फ पर्यावरण को बचाना है. विंटेज कार रैली में जहां लाल रंग की मर्सिडीज ने अपना जलवा बिखेरा तो वहीं पीले रंग की फोर्ड ए, हरे रंग में फॉक्सवैगन और सिल्वर रंग की जैगुआर के नखरे भी देखते ही बन रहे थे. किसी कार की ऊपरी छत खुली थी तो किसी के आगे का पार्ट पोर्टेबल था. पुरानी कारों ने लखनऊ वासियों को 18वीं सदी की यादें ताजा कर दी.
विंटेज कार रैली में 1928 की फोर्ड ए, 1935 की फिएट बलीला, 1936 की मॉरिस, 1947 की एजीपीसी, 1954 की विली लेफ्ट हैंड ड्राइव, 1935 और 1930 की फिएट कार शामिल हुईं, जो आकर्षण का केंद्र बनी. यह रैली कुल 180 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी.
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यह रैली धरोहरों को सुरक्षित और पर्यावरण को बचाने के लिए आयोजित की जा रही है. इस रैली में 1928 ओल्ड कार पेश की गई है, जो अपने 92 साल पूरी कर चुकी है.
संदीप दास,सेक्रेटरी,विंटेज कार एंड मोटरसाइकिल क्लब