लखनऊ : राजधानी में बंथरा के राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) परिसर स्थित जंगल में पिछले 4 दिनों से तेंदुआ होने की अफवाह से आसपास ग्रामीणों में काफी दहशत बनी हुई है. आलम यह है कि जंगल के बगल से ही औरावां और अंदपुर जाने वाले रोड से शाम होते ही लोगों ने तेंदुए के डर से निकलना बंद कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि इधर से निकलने पर तेंदुआ कभी भी हमला कर सकता है. हालांकि जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम भी कांबिंग कर रही है, लेकिन अभी तक तेंदुआ नहीं नजर आया. तेंदुए की दहशत के कारण एनबीआरआई परिसर स्थित जंगल में माली का काम कर रहे कर्मचारियों को भी अंदर बिल्डिंग की ओर ही काम के लिए शिफ्ट कर दिया गया है.
दरअसल चार दिन पहले एनबीआरआई के जंगल में शाम के समय काम कर रहे कुछ कर्मचारियों को तेंदुआ दिखाई पड़ा था. जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. सूचना के बाद से सरोजनीनगर वन रेंज के वन दरोगा अभिषेक सिंह के नेतृत्व में वन विभाग की टीम बराबर तेंदुए की खोजबीन के लिए कांबिंग कर रही है. इसको लेकर वन विभाग ने दो दिन पहले यहां पर एक जगह तेंदुए के पग चिन्ह देखने के लिए बालू भी बिछाया था. इसके बाद इसमें किसी हिंसक जानवर के पग चिन्ह पाए गए. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने इसकी जानकारी अपने उच्चाधिकारियों सहित प्राणी उद्यान को भी दी.
हालांकि वन दरोगा अभिषेक सिंह का कहना है कि पग चिन्ह तो देखे गए हैं, लेकिन वह तेंदुए के हैं या और किसी अन्य जानवर के, इसकी अभी पुष्टी नहीं हो सकी है. इसको लेकर उच्चाधिकारियों और प्राणी उद्यान को भी सूचित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्राणी उद्यान से जल्द ही वरिष्ठ चिकित्सक और एक्सपर्ट पहुंच कर जांच पड़ताल करेंगे. इसके बाद ही बता सकेंगे कि यह पग चिन्ह तेंदुए के हैं या फिर किसी दूसरे जानवर के हैं. वन विभाग कर्मचारियों की मानें तो स्पष्ट रूप से जानवर के बारे में जानकारी करने के लिए दुधवा नेशनल पार्क से कैमरा और पिंजरा मंगाया गया है. पिंजरे में मुर्गा या बकरी बांधी जाएगी. फिलहाल वन विभाग इस मामले को लेकर काफी गंभीर है और जो भी हिंसक जानवर होगा वह जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.