लखनऊ : कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा (Acting DGP RK Vishwakarma) रिटायर हो गए हैं. इसके बाद यूपी में कार्यवाहक डीजीपी की हैट्रिक लगने के तमाम दावों पर मुहर लग गई है. शासन ने विजय कुमार को यूपी का नया कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त कर दिया है. आईपीएस विजय कुमार 1988 बैच के हैं. विजय कुमार मौजूदा समय सीबीसीआईडी व विजिलेंस के तौर पर कार्य कर रहे हैं. विजय का रिटायरमेंट 2024 में है. ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार डीएस चौहान और आरके विश्वकर्मा की ही तरह विजय कुमार को भी रिटायरमेंट तक डीजीपी बनाए रख सकती है.
विजय के अलावा रेस में थे दो अधिकारी : विजय कुमार के अलावा कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीजीपी की रेस में शामिल थे. इसमें सबसे ऊपर 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल. जिन्हें 11 मई 2022 को योगी सरकार ने शासकीय कार्यों की अवहेलना करने का आरोप लगा हटा दिया था. दूसरे नंबर पर आनंद 1988 बैच के आईपीएस आनंद कुमार का नाम था, हालांकि सरकार ने अचानक उन्हें 31 मार्च 2023 को डीजी जेल के पद से हटा कर डीजी सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया गया था. ऐसे में वो भी साइड लाइन हो गए थे.
विजय कुमार सियासी गणित पर होते हैं सेट : राजनीतिक विश्लेषक राघवेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक दो माह पहले निकाय चुनाव से पहले मार्च में तत्कालीन डीएस चौहान के रिटायरमेंट के बाद योगी सरकार ने अखिलेश यादव के विश्वकर्मा जाति पर दिए गए बयान का तोड़ निकालते हुए आरके विश्वकर्मा को डीजीपी बना बड़ा संदेश दिया था. अब जब अगले वर्ष आम चुनाव हैं, ऐसे में योगी सरकार एक बड़े समूह को खुश करने के लिए दलित वर्ग से आने वाले आईपीएस विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया है.
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