लखनऊ: पूर्व विधायक व सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने मुकदमा दर्ज किया है. पूर्व विधायक पर आय से अधिक संपत्ति मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस ने 2021 में रामेश्वर सिंह यादव के खिलाफ जांच शुरू की थी. रामेश्वर यादव को सपा राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के खास माने जाते है.
विजलेंस की एफआईआर के मुताबिक, विधायक रहते हुए रामेश्वर सिंह की निर्धारित समयावधि में 9,582,028 रुपये की आय हुई थी. इसके विपरीत उन्होंने विभिन्न मदों में 40,951,902 रुपये खर्च किए थे. इस संबंध में विजिलेंस ने रामेश्वर सिंह को आय से अधिक व्यय करने का दोषी पाया था. उन्होंने अपनी कुल आय से 31,369,874 रुपये अधिक व्यय किए हैं. विजलेंस के मुताबिक, अतिरिक्त धनराशि के बाबत रामेश्वर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. जिसके चलते विजिलेंस ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
बता दें कि एटा से विधायक रहे रामेश्वर यादव व उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव पर गैंगस्टर एक्ट के तहत 2021 में मामला दर्ज किया गया था. उसके बाद से वह फरार चल रहे थे. पुलिस ने उन्हें 9 जून 2022 को आगरा से गिरफ्तार किया था. रामेश्वर पर पिछली सरकार के कार्यकाल में जमीनों पर कब्जों से लेकर कई अन्य मामलों में कुल 80 मुकदमे दर्ज किए गए है. इतना ही नहीं एटा समेत कई शहरों में उनकी करोड़ों की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. वहीं, तीन वर्ष पहले ईडी ने भी पूर्व विधायक के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था.
यह भी पढ़ें: गैंगस्टर मामले में फरार सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव गिरफ्तार, पुलिस ने भेजा जेल