लखनऊ : आलू के दाम में भारी गिरावट आने से भले ही आम लोगों को काफी राहत मिली हो, लेकिन किसानों के लिए लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है. आलू पिछले साल के मुकाबले इस साल थोक मंडियों में करीब एक तिहाई दाम पर बिकने रहा है. देश में आलू की बंपर पैदावार है. इसलिए किसानों को कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने से भी ज्यादा दाम मिलने की उम्मीद नहीं है फिर भी देश के सबसे बड़े आलू उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में कोल्ड स्टोरेज की तकरीबन 67 फीसदी क्षमता तक आलू का भंडारण हो चुका है. किसानों का कहना है कि आलू का भाव इस समय इतना गिर गया है कि किसानों के लिए आलू की लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है. जानते हैं सोमवार को क्या रहे साब्जियों के दाम.
उत्तर प्रदेश में खेतों में किसानों को अच्छी क्वालिटी के आलू का भाव करीब 500 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि मंडियों में 600 रुपये प्रतिक्विंटल मिल रहा है. आलू किसान नरेश यादव ने बताया कि दरअसल बीज महंगा होने और खेती की लागत बढ़ जाने के कारण ही किसानों के लिए आलू की खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है. कई किसान अब इसलिए भी कोल्ड स्टोरेज में आलू रखना नहीं चाहते हैं कि उनकी लागत और बढ़ जाएगी. जबकि कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण ज्यादा होने से आगे फिर कहीं औने-पौने भाव पर न बेचना पड़े.
मंडी भाव : मटर 18 रुपये किलो, पालक 20 रुपये किलो, तोराई 40 रुपये किलो, भिंडी 60 रुपये किलो, गाजर 10 रुपये किलो, शिमला मिर्च 22 रुपये किलो, आलू 8 रुपये किलो, गोभी 10 रुपये पर पीस, टमाटर 8 रुपये किलो, मिर्ची 40 रुपये किलो, प्याज 10 रुपये किलो, लहसुन 55 रुपये किलो, बैंगन 14 रुपये किलो, पत्तागोभी 8 रुपये पर पीस, सेम 40 रुपये किलो, कद्दू 20 रुपये किलो, लौकी 20 रुपये किलो, परवल 70 रुपये किलो और नीबू 70 रुपये किलो में बिक रहा है.
Vegetables Price in Lucknow : आलू के दाम में भारी गिरावट, किसानों के लिए आफत, जानें मंडी भाव - record yield of potatoes
आलू की रिकॉर्ड पैदावार होने से आलू की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. आलू को कोल्ड स्टोरेज में रखने से किसान कतरा रहे हैं. दरअसल किसानों का कहना है कि भंडारण का खर्च बढ़ने से आलू की लागत निकालनी मुश्किल हो जाएगी.
लखनऊ : आलू के दाम में भारी गिरावट आने से भले ही आम लोगों को काफी राहत मिली हो, लेकिन किसानों के लिए लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है. आलू पिछले साल के मुकाबले इस साल थोक मंडियों में करीब एक तिहाई दाम पर बिकने रहा है. देश में आलू की बंपर पैदावार है. इसलिए किसानों को कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने से भी ज्यादा दाम मिलने की उम्मीद नहीं है फिर भी देश के सबसे बड़े आलू उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में कोल्ड स्टोरेज की तकरीबन 67 फीसदी क्षमता तक आलू का भंडारण हो चुका है. किसानों का कहना है कि आलू का भाव इस समय इतना गिर गया है कि किसानों के लिए आलू की लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है. जानते हैं सोमवार को क्या रहे साब्जियों के दाम.
उत्तर प्रदेश में खेतों में किसानों को अच्छी क्वालिटी के आलू का भाव करीब 500 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि मंडियों में 600 रुपये प्रतिक्विंटल मिल रहा है. आलू किसान नरेश यादव ने बताया कि दरअसल बीज महंगा होने और खेती की लागत बढ़ जाने के कारण ही किसानों के लिए आलू की खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है. कई किसान अब इसलिए भी कोल्ड स्टोरेज में आलू रखना नहीं चाहते हैं कि उनकी लागत और बढ़ जाएगी. जबकि कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण ज्यादा होने से आगे फिर कहीं औने-पौने भाव पर न बेचना पड़े.
मंडी भाव : मटर 18 रुपये किलो, पालक 20 रुपये किलो, तोराई 40 रुपये किलो, भिंडी 60 रुपये किलो, गाजर 10 रुपये किलो, शिमला मिर्च 22 रुपये किलो, आलू 8 रुपये किलो, गोभी 10 रुपये पर पीस, टमाटर 8 रुपये किलो, मिर्ची 40 रुपये किलो, प्याज 10 रुपये किलो, लहसुन 55 रुपये किलो, बैंगन 14 रुपये किलो, पत्तागोभी 8 रुपये पर पीस, सेम 40 रुपये किलो, कद्दू 20 रुपये किलो, लौकी 20 रुपये किलो, परवल 70 रुपये किलो और नीबू 70 रुपये किलो में बिक रहा है.