लखनऊ: अयोध्या धाम से आनंद विहार तक चलने वाली 22426/22425 वंदे भारत एक्सप्रेस का चार जनवरी से कॉमर्शियल रन शुरू होना है. 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन को अयोध्या से हरी झंडी दिखाई थी. पहले दिन ट्रेन का उद्घाटन रन हुआ था और रेलवे की तरफ से घोषणा की गई कि चार जनवरी से वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी, लेकिन अब यह ट्रेन चार जनवरी को शुरू तो होगी लेकिन फिर से निरस्त ((Vande-Bharat Express will not run for a week)) कर दी जाएगी.
एक सप्ताह तक फिर वंदे भारत एक्सप्रेस संचालित नहीं होगी. 7 जनवरी से 15 जनवरी तक इसे निरस्त कर दिया गया है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी-अयोध्या-जफराबाद सेक्शन पर दोहरीकरण की वजह से इस ट्रेन को निरस्त किये जाने का फैसला लिया गया है. प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाये जाने के दो दिन बाद इस वंदे भारत एक्सप्रेस का आधिकारिक शेड्यूल जारी किया गया. बुधवार को छोड़कर इस ट्रेन को सप्ताह में छह दिन संचालित किया जाना था. पहला व्यावसायिक रन चार जनवरी से होना है. इससे पहले ही इसके निरस्त किये जाने की घोषणा भी हो गई है, जिससे इस ट्रेन के संचालन के फैसले को लेकर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर को छह वंदे भारत एक्सप्रेस समेत दो अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी. कुल मिलाकर देश के विभिन्न राज्यों के लिए इन ट्रेनों का संचालन शुरू कराया गया. हालांकि आनंद विहार से अयोध्या के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का व्यावसायिक रन चार जनवरी से शुरू होना है. इसके तीन दिन बाद ही ट्रेन एक हफ्ते से ज्यादा समय के लिए फिर नहीं चलेगी.
ऑनलाइन बुकिंग का विकल्प नहीं: वंदे भारत का व्यावसायिक रन आधिकारिक रूप से चार जनवरी से तय है, लेकिन तीन जनवरी की शाम 06:40 बजे ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ये ट्रेन उपलब्ध नहीं थी. इस वजह से भी इसके संचालन की रणनीतियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारी ट्रैक पर चल रहे निर्माण कार्यों का हवाला दे रहे हैं. आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने दावा किया कि बुधवार देर रात तक बुकिंग के लिए विकल्प अपडेट कर दिया जाएगा. हालांकि शाम आठ बजे तक बुकिंग का कोई विकल्प उपलब्ध नहीं हुआ.