लखनऊ: यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान जारी है. मंगलवार को प्रदेश में 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों को 1 लाख 75 हजार के करीब डोज लगीं. वहीं 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग समेत कुल 13 लाख टीके लगाए गए. प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर की 88.5 फीसद आबादी को पहली डोज लग गई है. वहीं 50.4 फीसद को दूसरी डोज लग गई. यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों को घर-घर खोज की जा रही है. पहली और दूसरी डोज के छूटे लोगों की लिस्ट बनाकर डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के निर्देश दिए गए हैं.
ऑन द स्पॉट पंजीकरण
यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है.जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है. उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही है. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है.
पहली डोज 12.97 करोड़ पार
मंगलवार को प्रदेश में 16,915 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 16,844 सरकारी और 71 निजी केंद्र बनाए गए हैं. यूपी में कुल डोज अब 20 करोड़ 50 लाख से ज्यादा लग गई. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 7 करोड़ 53 लाख पार कर गई है. पहली डोज 12 करोड़ 97 लाख से ज्यादा को लगी.
10 जनवरी से बूस्टर डोज
राज्य में 10 जनवरी से बूस्टर डोज दी जाएगी. पहले चरण में हेल्थ वर्कर,फ्रंटलाइन वर्कर व 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को तीसरी डोज लगाई जाएगी. इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल होंगे.उन्हें भी तीसरी डोज लगाई जाएगी.
मुख्य सचिव ने वैक्सीनेशन प्रगति की समीक्षा की
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक में कोविड वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा की. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि वह प्रतिदिन वैक्सीनेशन की प्रगति की जनपदवार समीक्षा करेंगे. कहा कि सभी अधिकारी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी जनपदों को 20 जनवरी 2022 से पूर्व शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराएं. इसे टास्क के रूप में लेकर पूरा करें. उन्होंने कहा कि उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग से वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा हो जाये, इसके लिए सभी जिलाधिकारी प्लानिंग कर लें. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारीगण स्वयं वैक्सीनेशन केन्द्रों का भ्रमण कर प्रगति को देखें.
मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से जन सामान्य पैनिक न हों इसके लिए उन्हें जागरूक करने की जरूरत है कि वह वैक्सीन की दोनों डोज समय पर लें. इसके साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. तीसरी लहर में ज्यादातर कोरोना संक्रमित या तो लक्षणहीन अथवा माइल्ड लक्षण देखे जा रहे हैं, जोकि होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जा रहे हैं. उन्होंने निगरानी समितियों के लिए 100-100 मेडिकल किट तैयार कराने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि होम आइसोलेशन के मरीजों को घर पर मेडिकल किट अवश्य पहुंच जाये.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए पूरी तैयारी है. दवाएं, बेड्स, आक्सीजन, वेन्टीलेटर्स, ट्रेंड मैनपाॅवर, चिकित्सकों आदि की पूरी व्यवस्था है. जिलाधिकारीगण इन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते रहें तथा माॅकड्रिल भी नियमित रूप से होती रहे. उन्होंने 15-18 आयु वर्ग के बच्चों में वैक्सीनेशन की प्रगति की जानकारी ली, बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे.
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