लखनऊ : आशियाना थाने में नकली दवाई बनाने के मामले में उत्तराखंड की एक कंपनी पर लखनऊ के रहने वाले व्यापारी पवन शुक्ला ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. मेडिकल व्यवसायी की तहरीर पर उत्तराखंड की दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ आशियाना थाने में कॉपीराइट और धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि उत्तराखंड की दवा निर्माता कंपनी लखनऊ की मेडिकल कंपनी का रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क इस्तेमाल कर एक दवा बना रही थी और फिर मार्केट में अच्छे मुनाफे में बेच रही थी.
आशियाना के सेक्टर आई में रहने वाले मेसर्स हिन्दूकुश बायोप्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड (M/s Hindukush Bioproduct Private Limited Pharmaceutical Company) दवा कंपनी के कॉर्डिनेटर पवन कुमार शुक्ला ने बताया कि वह अपनी कंपनी की त्वचा से संबंधित क्रीम डर्मार केटी-5 का प्रोडक्शन उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में संचालित मेसर्स एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड (M/s Agron Remedies Pvt Ltd) से करवाते थे. उनके मुताबिक एग्रोन रैमिडीज कंपनी काफी कंपनियों की दवा बनाती है. पवन शुक्ला का कहना है कि 2018 से लेकर 2020 उन्होंने एग्रोन रैमिडीज से इस क्रीम का उत्पादन करवाया और फिर किसी कारणवश बंद कर दिया था और फिर यही क्रीम दूसरी कंपनी से बनवाने लगे थे. ऐसे में कुछ स्टॉकिस्टों व डीलरों ने बीते जुलाई में क्रीम दूसरी जगह से आने की शिकायत की तब उन्हें जानकारी हुई. उन्होंने बैच नंबर देखे तब उन्हें एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड का खेल समझ आया. पवन शुक्ला ने और तहकीकात की तो पता चला कि एग्रोन रैमिडीज के साथ मेसर्स गणेश डीएसएम फार्मासिटकल कंपनी भी इस खेल में शामिल है.
आरोप है कि पवन शुक्ला ने कंपनी के मालिकों से पूछताछ करनी चाही तो वो धमकाने लगे. इसके बाद पवन ने पुलिस के आलाधिकारियों से शिकायत की थी. शिकायत के बाद पवन शुक्ला की तहरीर पर एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक गोपाल किशन अग्रवाल, मुदित कुमार अग्रवाल व कम्पनी के अधिकारियों के साथ साथ मेसर्स गणेश डीएसएम फार्मासिटकल के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
नकली दवाई बनाने के मामले में उत्तराखंड की कंपनी पर आशियाना थाने में मुकदमा दर्ज - making spurious medicines
आशियाना थाने में नकली दवाई बनाने के मामले में उत्तराखंड की एक कंपनी पर लखनऊ के रहने वाले व्यापारी पवन शुक्ला ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. मेडिकल व्यवसायी की तहरीर पर उत्तराखंड की दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ आशियाना थाने में कॉपीराइट और धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
लखनऊ : आशियाना थाने में नकली दवाई बनाने के मामले में उत्तराखंड की एक कंपनी पर लखनऊ के रहने वाले व्यापारी पवन शुक्ला ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. मेडिकल व्यवसायी की तहरीर पर उत्तराखंड की दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ आशियाना थाने में कॉपीराइट और धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि उत्तराखंड की दवा निर्माता कंपनी लखनऊ की मेडिकल कंपनी का रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क इस्तेमाल कर एक दवा बना रही थी और फिर मार्केट में अच्छे मुनाफे में बेच रही थी.
आशियाना के सेक्टर आई में रहने वाले मेसर्स हिन्दूकुश बायोप्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड (M/s Hindukush Bioproduct Private Limited Pharmaceutical Company) दवा कंपनी के कॉर्डिनेटर पवन कुमार शुक्ला ने बताया कि वह अपनी कंपनी की त्वचा से संबंधित क्रीम डर्मार केटी-5 का प्रोडक्शन उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में संचालित मेसर्स एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड (M/s Agron Remedies Pvt Ltd) से करवाते थे. उनके मुताबिक एग्रोन रैमिडीज कंपनी काफी कंपनियों की दवा बनाती है. पवन शुक्ला का कहना है कि 2018 से लेकर 2020 उन्होंने एग्रोन रैमिडीज से इस क्रीम का उत्पादन करवाया और फिर किसी कारणवश बंद कर दिया था और फिर यही क्रीम दूसरी कंपनी से बनवाने लगे थे. ऐसे में कुछ स्टॉकिस्टों व डीलरों ने बीते जुलाई में क्रीम दूसरी जगह से आने की शिकायत की तब उन्हें जानकारी हुई. उन्होंने बैच नंबर देखे तब उन्हें एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड का खेल समझ आया. पवन शुक्ला ने और तहकीकात की तो पता चला कि एग्रोन रैमिडीज के साथ मेसर्स गणेश डीएसएम फार्मासिटकल कंपनी भी इस खेल में शामिल है.
आरोप है कि पवन शुक्ला ने कंपनी के मालिकों से पूछताछ करनी चाही तो वो धमकाने लगे. इसके बाद पवन ने पुलिस के आलाधिकारियों से शिकायत की थी. शिकायत के बाद पवन शुक्ला की तहरीर पर एग्रोन रैमिडीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक गोपाल किशन अग्रवाल, मुदित कुमार अग्रवाल व कम्पनी के अधिकारियों के साथ साथ मेसर्स गणेश डीएसएम फार्मासिटकल के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.