लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के कर्मचारी अब साइबर फ्रॉड का शिकार नहीं हो सकेंगे. परिवहन निगम के कर्मचारियों को साइबर क्राइम से बचने के सारे तरीके मालूम होंगे. इससे उनके साथ किसी तरह का फ्रॉड नहीं हो सकेगा. तेजी से बढ़ते साइबर हमले और साइबर फ्रॉड को लेकर उत्तर प्रदेश राज सड़क परिवहन निगम अब अपने कर्मचारियों को भी हाईटेक बनाएगा. कुछ माह पहले ही यूपीएसआरटीसी पर साइबर अटैक हुआ था जिससे निगम को काफी नुकसान हुआ था. सारा डाटा हैक कर लिया गया था. बताया गया था कि यह साइबर हमला रूस से हुआ है.
साइबर सिक्योरिटी की दिशा में बेहतर कदम: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर (UPSRTC Managing Director Masoom Ali Sarwar) ने बताया कि ये कार्यशाला कई मायनों में महत्वपूर्ण है. इसी वर्ष अप्रैल में एक विदेशी साइबर हैकर ने यूपीएसआरटीसी की साइट को निशना बनाकर कई लोगों की जानकारियां हैक कर ली थीं.
ऐसे में ये सारी दिक्कतें आगे न हों और कैसे वक्त रहते कर्मचारी व अधिकारी इस समस्या का निस्तारण कर सकते हैं, इन सभी बातों को कार्यशाला के माध्यम से दर्शाया जाएगा. इसमें वह तकनीकें भी प्रमुख हैं जिनके जरिए कर्मचारियों को यह सिखाया जाएगा कि साइबर हैक प्रिवेंशन और डाटा रिट्रीव करने के लिए किन प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि वैसे तो इस कार्यशाला का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के सभागार में होने जा रहा है, लेकिन इस कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ सकेंगे. साइबर सिक्योरिटी के इतर इस कार्यशाला में टिकटिंग प्रणाली के अंतर्गत सभी आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर एप्लीकेशन व ऑनलाइन पोर्टल्स के संचालन की भी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.
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