लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के सभागार में समीक्षा बैठक कर विभागीय अधिकारियों की जमकर क्लास ली. उन्होंने कहा कि 'निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण कराएं. देश एवं प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण समय है इसलिए दिन रात मेहनत कर सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराएं. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के उद्देश्य से निर्माण कार्यों की गति में तीन से चार गुना तक वृद्धि लाएं.'
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि 'पारदर्शिता, गुणवत्ता, सुरक्षा और समयबद्धता प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है. इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होने निर्देश दिये कि वर्तमान में निर्माणाधीन परियोजनाओं को पारदर्शिता, गुणवत्ता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए 15 दिसंबर तक हर हाल में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें.' उन्होंने निर्देश दिये कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. जितिन प्रसाद ने निर्माणाधीन परियोजनाओ की देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि परियोजनाओं की लेटलतीफी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिसके जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.' लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने निर्माणाधीन परियोजनाओ की देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि 'परियोजनाओं की लेटलतीफी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. परियोजनाओं में देरी के कारणों का पता लगाएं और तत्काल समस्या का निराकरण करा कर परियोजनाओं को पूर्ण कराएं, लापरवाही पाए जाने पर संबंधित की जवाबदेही तय कराएं. किसी भी स्थिति में एस्टीमेट रिवाइज नहीं किया जाएगा.'
बैठक में एमडी सेतु निगम ने बताया कि 'उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में 78 सेतु के सापेक्ष अब तक 34 सेतुओं का निर्माण पूरा कराया जा चुका है. 58 रेल उपरिगामी सेतु में से 20 रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण पूर्ण हो चुका है, 15 रेल उपरिगामी सेतु मार्च 2023 तक पूर्ण हो जाएंगे, बाकी पर भी तेजी से काम कराकर पूर्ण कराया जाएगा. सेतु निगम द्वारा वर्तमान में ईपीसी मोड पर 10 कार्य कराए जा रहे हैं.
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