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उत्तर प्रदेश में 72 लाख से ऊपर पहुंचा कोविड जांच का आंकड़ा

उत्तर प्रदेश में हर दिन एक लाख कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है. हर हो रहे अधिक संख्या में टेस्ट के कारण यूपी में कोविड टेस्ट का आंकड़ा 72 लाख पहुंच गया.

कोविड जांच आंकड़े में यूपी टॉप पर
कोविड जांच आंकड़े में यूपी टॉप पर
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Published : Sep 11, 2020, 1:14 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कोरोना वायरस के मामले में अव्वल रहा है. प्रदेश में कल गुरुवार को एक लाख 50 हजार 652 टेस्ट किए गए हैं. कल हुई जांच में 50,000 टेस्ट आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए हैं. यह भी अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है. खास बात यह है कि आरटीपीसीआर से ज्यादातर जांच सरकारी लैब से हुई है. इसके साथ ही प्रदेश में अब तक कुल 72 लाख 17 हजार 980 कुल जांच की गई है.

कोरोना सैम्पल टेस्ट में यूपी अव्वल
उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट मानना है कि जितना अधिक जांच की जाएगी, उतना बेहतर ढंग से संक्रमण को रोका जा सकेगा. कोरोना काल के शुरुआती दिनों से ही मुख्यमंत्री ने जांच बढ़ाने पर जोर दिया था. जिसके बाद आज उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख जांच प्रतिदिन की जा रही है. उत्तर प्रदेश ने हर दिन जांच का आंकड़ा ही नहीं बढ़ाया देश के तमाम राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर भी पहुंच गया. अब वह लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि टेस्टिंग की क्षमता को लगातार बढ़ाया जा रहा है. पहला संक्रमण दो मार्च को सामने आया था. तब जांच के लिए प्रदेश के बाहर सैम्पल भेजा जा रहा था. शुरुआती एक लाख सैम्पल की जांच करने में दो माह से भी अधिक समय लगा. छह मई को एक लाख का आंकड़ा छुआ था. अगली एक लाख जांच 16 दिन में हुई यानी कि 22 मई को दो लाख जांच हुई. इसके बाद 25 दिन में तीन लाख टेस्ट किए गए यानी कि 16 जून को दो लाख से पांच लाख पहुंचे.

इसके बाद अगला पांच लाख टेस्ट 20 दिन में टेस्ट किया गया। छह जुलाई को 10 लाख पर पहुंच गए. उसके बाद से लगातार हमारी गति बढ़ती रही है. अगले दस लाख की जांच 22 दिन में पूरा किया. 28 जुलाई को 20 लाख सेम्पल की जांच का आंकड़ा पहुंच गया. 20 से 30 लाख तक पहुंचने में केवल 12 दिन का समय लगा. नौ अगस्त को 30 लाख का लक्ष्य हासिल किया. उसके बाद अगला 10 लाख सेम्पल की जांच केवल 10 दिन में ही की गयी. यानी कि 19 अगस्त को यह आंकड़ा 40 लाख पहुंच गया. इसके बाद 10 लाख सैंपल की जांच केवल आठ दिन में ही पूरा कर लिया गया. यानी कि 27 अगस्त को 50 लाख के आंकड़े पर पहुंच गए. इसके बाद अगले 14 दिन में 20 लाख से अधिक सेम्पल की जांच की गई. 10 सितंबर की शाम तक यह आंकड़ा 72 लाख 17 हजार 980 पर पहुंच गया.

यूपी की पॉजिटिविटी एवं मृत्यु दर कम
उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े में तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि यूपी में कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम है. यहां पॉजिटिव रेट भी राष्ट्रीय औसत से कम है. यह आंकड़ा प्रति 100 सैम्पल जांच में कोविड पॉजिटिव आने वालों के हिसाब से निकाला जाता है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कोरोना वायरस के मामले में अव्वल रहा है. प्रदेश में कल गुरुवार को एक लाख 50 हजार 652 टेस्ट किए गए हैं. कल हुई जांच में 50,000 टेस्ट आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए हैं. यह भी अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है. खास बात यह है कि आरटीपीसीआर से ज्यादातर जांच सरकारी लैब से हुई है. इसके साथ ही प्रदेश में अब तक कुल 72 लाख 17 हजार 980 कुल जांच की गई है.

कोरोना सैम्पल टेस्ट में यूपी अव्वल
उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट मानना है कि जितना अधिक जांच की जाएगी, उतना बेहतर ढंग से संक्रमण को रोका जा सकेगा. कोरोना काल के शुरुआती दिनों से ही मुख्यमंत्री ने जांच बढ़ाने पर जोर दिया था. जिसके बाद आज उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख जांच प्रतिदिन की जा रही है. उत्तर प्रदेश ने हर दिन जांच का आंकड़ा ही नहीं बढ़ाया देश के तमाम राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर भी पहुंच गया. अब वह लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि टेस्टिंग की क्षमता को लगातार बढ़ाया जा रहा है. पहला संक्रमण दो मार्च को सामने आया था. तब जांच के लिए प्रदेश के बाहर सैम्पल भेजा जा रहा था. शुरुआती एक लाख सैम्पल की जांच करने में दो माह से भी अधिक समय लगा. छह मई को एक लाख का आंकड़ा छुआ था. अगली एक लाख जांच 16 दिन में हुई यानी कि 22 मई को दो लाख जांच हुई. इसके बाद 25 दिन में तीन लाख टेस्ट किए गए यानी कि 16 जून को दो लाख से पांच लाख पहुंचे.

इसके बाद अगला पांच लाख टेस्ट 20 दिन में टेस्ट किया गया। छह जुलाई को 10 लाख पर पहुंच गए. उसके बाद से लगातार हमारी गति बढ़ती रही है. अगले दस लाख की जांच 22 दिन में पूरा किया. 28 जुलाई को 20 लाख सेम्पल की जांच का आंकड़ा पहुंच गया. 20 से 30 लाख तक पहुंचने में केवल 12 दिन का समय लगा. नौ अगस्त को 30 लाख का लक्ष्य हासिल किया. उसके बाद अगला 10 लाख सेम्पल की जांच केवल 10 दिन में ही की गयी. यानी कि 19 अगस्त को यह आंकड़ा 40 लाख पहुंच गया. इसके बाद 10 लाख सैंपल की जांच केवल आठ दिन में ही पूरा कर लिया गया. यानी कि 27 अगस्त को 50 लाख के आंकड़े पर पहुंच गए. इसके बाद अगले 14 दिन में 20 लाख से अधिक सेम्पल की जांच की गई. 10 सितंबर की शाम तक यह आंकड़ा 72 लाख 17 हजार 980 पर पहुंच गया.

यूपी की पॉजिटिविटी एवं मृत्यु दर कम
उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े में तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि यूपी में कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम है. यहां पॉजिटिव रेट भी राष्ट्रीय औसत से कम है. यह आंकड़ा प्रति 100 सैम्पल जांच में कोविड पॉजिटिव आने वालों के हिसाब से निकाला जाता है.

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