ETV Bharat / state

विकास दुबे मामले में जांच के लिए बना एकल आयोग, न्यायमूर्ति करेंगे जांच

यूपी सरकार ने गैगस्टर विकास दुबे मामले में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है. यह आयोग मुठभेड़ की घटना की जांच करेगा. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एसके अग्रवाल इस एक सदस्यीय आयोग का हिस्सा हैं.

commission in vikas dubey case
योगी सरकार ने कानपुर मामले की जांच के लिए बनाया एकल आयोग.
author img

By

Published : Jul 12, 2020, 3:56 PM IST

Updated : Jul 12, 2020, 4:49 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित पुलिसकर्मी हत्याकांड और उसके बाद मुख्य अभियुक्त विकास दुबे समेत 6 लोगों के कथित मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका व विपक्ष के हमलों के बीच सरकार हर दिन नए फैसले ले रही है. शनिवार को तीन वरिष्ठ अधिकारियों की एसआईटी गठित करने के बाद रविवार को सरकार ने न्यायमूर्ति एसके अग्रवाल का एकल आयोग गठित कर दिया है. एकल आयोग का मुख्यालय कानपुर में होगा.

  • UP Govt constitutes a one-member commission in Vikas Dubey case. The Commission will investigate the encounter incident. Retired Justice SK Aggarwal is part of this one-member Commission with its headquarters in Kanpur. The Commission will have to submit its report in 2 months.

    — ANI UP (@ANINewsUP) July 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकार ने अभी आयोग का कार्यकाल निर्धारित नहीं किया है और न ही आयोग के सचिव की नियुक्ति की है. आयोग को 2 महीने के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है. आयोग को इन तीन बिंदुओं पर जांच करने का अधिकार दिया गया है,

  • विकास दुबे और उसके सहयोगियों द्वारा 02-03 जुलाई की रात्रि में की गई घटना का अन्वेषण.
  • 10 जुलाई को पुलिस एवं विकास दुबे के मध्य हुई मुठभेड़ की जांच.
  • 02-03 जुलाई एवं दिनांक 10 जुलाई के मध्य पुलिस और इस प्रकरण से सम्बन्धित अपराधियों की बीच हुई प्रत्येक मुठभेड़ की गहनतापूर्वक जांच.

सोमवार को कानपुर प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. याचिकाकर्ताओं ने प्रकरण की सीबीआई अथवा सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश की देखरेख में जांच की मांग की हुई है. वहीं कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले में एसआईटी की टीम बिकरू गांव पहुंची. इसका अध्यक्ष अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी को बनाया गया है.

एसआईटी टीम के साथ कानपुर के जिलाधिकारी और एसएसपी और एडीजी भी मौजूद रहे. टीम ने विकास दुबे के टूटे हुए घर का निरीक्षण किया. इसके बाद टीम ने उस जगह का भी निरीक्षण किया, जहां विकास दुबे के दो साथी मार गिराए गए थे.

ये भी पढ़ें: यूपी में लॉकडाउन का नया फार्मूला लागू, हर हफ्ते दो दिन होगी तालाबंदी

बता दें कि 2 जुलाई को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिकरू गांव में 8 पुलिस कर्मियों की दबिश के दौरान कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद फरार चल रहे कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके पांच साथियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. एनकाउंटर में मारे गए विकास के सहयोगियों में उसके मामा प्रेम प्रकाश पांडे. चचेरा भाई अतुल दुबे, राइट हैंड अमर दुबे और करीबी साथी बउवा दुबे व प्रभात मिश्रा शामिल हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित पुलिसकर्मी हत्याकांड और उसके बाद मुख्य अभियुक्त विकास दुबे समेत 6 लोगों के कथित मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका व विपक्ष के हमलों के बीच सरकार हर दिन नए फैसले ले रही है. शनिवार को तीन वरिष्ठ अधिकारियों की एसआईटी गठित करने के बाद रविवार को सरकार ने न्यायमूर्ति एसके अग्रवाल का एकल आयोग गठित कर दिया है. एकल आयोग का मुख्यालय कानपुर में होगा.

  • UP Govt constitutes a one-member commission in Vikas Dubey case. The Commission will investigate the encounter incident. Retired Justice SK Aggarwal is part of this one-member Commission with its headquarters in Kanpur. The Commission will have to submit its report in 2 months.

    — ANI UP (@ANINewsUP) July 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकार ने अभी आयोग का कार्यकाल निर्धारित नहीं किया है और न ही आयोग के सचिव की नियुक्ति की है. आयोग को 2 महीने के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है. आयोग को इन तीन बिंदुओं पर जांच करने का अधिकार दिया गया है,

  • विकास दुबे और उसके सहयोगियों द्वारा 02-03 जुलाई की रात्रि में की गई घटना का अन्वेषण.
  • 10 जुलाई को पुलिस एवं विकास दुबे के मध्य हुई मुठभेड़ की जांच.
  • 02-03 जुलाई एवं दिनांक 10 जुलाई के मध्य पुलिस और इस प्रकरण से सम्बन्धित अपराधियों की बीच हुई प्रत्येक मुठभेड़ की गहनतापूर्वक जांच.

सोमवार को कानपुर प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. याचिकाकर्ताओं ने प्रकरण की सीबीआई अथवा सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश की देखरेख में जांच की मांग की हुई है. वहीं कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले में एसआईटी की टीम बिकरू गांव पहुंची. इसका अध्यक्ष अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी को बनाया गया है.

एसआईटी टीम के साथ कानपुर के जिलाधिकारी और एसएसपी और एडीजी भी मौजूद रहे. टीम ने विकास दुबे के टूटे हुए घर का निरीक्षण किया. इसके बाद टीम ने उस जगह का भी निरीक्षण किया, जहां विकास दुबे के दो साथी मार गिराए गए थे.

ये भी पढ़ें: यूपी में लॉकडाउन का नया फार्मूला लागू, हर हफ्ते दो दिन होगी तालाबंदी

बता दें कि 2 जुलाई को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिकरू गांव में 8 पुलिस कर्मियों की दबिश के दौरान कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद फरार चल रहे कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके पांच साथियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. एनकाउंटर में मारे गए विकास के सहयोगियों में उसके मामा प्रेम प्रकाश पांडे. चचेरा भाई अतुल दुबे, राइट हैंड अमर दुबे और करीबी साथी बउवा दुबे व प्रभात मिश्रा शामिल हैं.

Last Updated : Jul 12, 2020, 4:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.