लखनऊः स्मार्ट सिटी मिशन (Smart City Mission) के तहत उत्तर प्रदेश ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. मध्य प्रदेश और तमिलनाडु को पीछे छोड़ते हुए उत्तर प्रदेश स्मार्ट सिटी योजना के तहत काम करने के मामले में पहला स्थान मिला है. केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिए पुरस्कृत किया है. सरकार की इस उपलब्धि से राज्य का सत्ताधारी दल भाजपा बेहद खुश है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार हर क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रही है.
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भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार के कठिन परिश्रम का ही नतीजा है यूपी विभिन्न क्षेत्रों में पहले स्थान पर पहुंच रहा है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत उत्तर प्रदेश को पुरस्कार मिलना सुखद एहसास है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गांव, गरीब, किसान को केंद्र में रखकर ग्रामीण अंचल के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के विकास पर भी फोकस किया है. आज उत्तर प्रदेश देश में अपनी अलग पहचान बना चुका है. उन्होंने कहा कि यह वही प्रदेश है जो अंतिम छोर खड़ा रहता था. आज हम हर क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे हैं.
इन क्षेत्रों में काम करने से मिला पुरस्कार
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार को सामाजिक पहलुओं, शासन, संस्कृति, शहरी पर्यावरण, स्वच्छता, अर्थव्यवस्था, निर्मित पर्यावरण, जल, शहरी गतिशीलता के विषयों पर पुरस्कार दिया गया है. केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन के इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड प्रतियोगिता 2020 के तहत उत्तर प्रदेश को शीर्ष प्रदर्शन के रूप में स्थान दिया है. इसके बाद मध्य प्रदेश और तमिलनाडु का स्थान है. शहरों में इंदौर और सूरत को संयुक्त विजेता घोषित किया गया है. केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ पहले स्थान पर है.
इस तरह मिले अवार्ड
स्मार्ट सिटी पुरस्कारों के अलग-अलग सेगमेंट में इकॉनमी प्रोजेक्ट अवार्ड से आगरा को तृतीय स्थान, माइक्रो स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स के निर्माण और सफल व उत्कृष्ट संचालन के लिए द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है. इसी प्रकार वाटर प्रोजेक्ट अवार्ड में वाराणसी स्मार्ट सिटी को अस्सी नदी के पर्यावरणीय पुनरुद्धार (इको- रेस्टोरेशन) के लिए प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. स्मार्ट सिटीज सिटी लीडरशिप अवार्ड में वाराणसी स्मार्ट सिटी को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है. कोविड इनोवेशन अवार्ड श्रेणी में वाराणसी को कल्याण डोम्बिवली के साथ संयुक्त रूप से पुरस्कृत किया गया. इसी श्रेणी के चतुर्थ चक्र में चयनित स्मार्ट सिटीज में सहारनपुर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है.
अलग-अलग राउंड में हुआ चयन
भारत सरकार स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत उत्तर प्रदेश से 10 शहरों का चयन अलग-अलग राउंड में किया गया. प्रथम राउंड में लखनऊ, द्वितीय राउंड में कानपुर, आगरा, वाराणसी, तृतीय राउंड में प्रयागराज, अलीगढ़ और झांसी, चतुर्थ राउंड बरेली, सहारनपुर और मुरादाबाद का चयन हुआ. इन शहरों में स्मार्ट सिटी मिशन फंड के अंतर्गत कुल 476 प्रोजेक्ट्स जिनका लेआउट ₹9609 करोड़ चयनित की गई. स्मार्ट सिटी मिशन का कांसेप्ट नगरीय समग्र विकास में लाइट हाउस के रूप में तथा यह पूर्णतया सिटीजन सेंट्रिक मिशन है, जिसमें परियोजनाओं का चयन जनभागीदारी एवं जनउपयोग के आधार पर स्मार्ट सिटी मिशन अपने बोर्ड के माध्यम से किया जाता है.
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इस तरह हुआ प्रदेश में काम
प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के निर्देशन में केंद्रीय परियोजना के अंतर्गत चयनित स्मार्ट सिटी के अलावा शेष 7 नगर निगमों में उपरोक्त स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्टेट स्मार्ट सिटी योजना लागू की गई, जिससे प्रदेश के समस्त बड़े नगरीय क्षेत्रों का समग्र विकास जनभागीदारी के आधार पर किया जा सके और वहां पर जनउपयोगी सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके. स्मार्ट सिटी मिशन के 6 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत चयनित 100 शहरों के मध्य India Smart Cities Award (ISAC) Contest का आयोजन किया गया.
नगर विकास मंत्री ने दी बधाई
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने इस अवसर पर सभी पुरस्कृत शहरों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री के सतत मार्गदर्शन और समीक्षा से सम्भव हुआ है. अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन तथा नगर विकास मंत्री के लगातार समीक्षा से उत्तर प्रदेश को स्मार्ट सिटी मिशन में प्रथम स्थान प्राप्त हो सका है. इस वर्ष सभी स्मार्ट सिटी भौतिक और वित्तीय प्रगति तेजी से करे जिससे अगले वर्ष अधिक से अधिक पुरस्कार प्रदेश की स्मार्ट सिटी को प्राप्त हो सके.