लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा है कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश चुनौतियां देख पलायन नहीं करता, सामना करता है. सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान जब प्रवासियों के समक्ष पलायन का संकट आया तो उत्तर प्रदेश ने सबको सहारा दिया. प्रवासी हो या निवासी सबकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई. मुम्बई में उत्तर प्रदेश मूल के लोगों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आज का उत्तर प्रदेश आत्मविश्वास से भरा है और आत्मनिर्भर होने की ओर अग्रसर है.
उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का बड़ा लक्ष्य लेकर जारी मुहिम के तहत बुधवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिनी दौरे की शुरुआत प्रवासी उत्तर प्रदेश वासियों के साथ संवाद से की. मुख्यमंत्री को सामने देख उत्साह से भरे प्रवासीजनों से मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 05-06 वर्षों में उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव के आप सभी साक्षी रहे हैं. 05 वर्ष पहले जिस उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट था, आज विकास की नई कहानी कह रहा है. आजमगढ़ के लोगों को इसी मुम्बई में धर्मशाला तक नहीं मिलती थी, आज उसी आजमगढ़ में एयरपोर्ट और यूनिवर्सिटी बन रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश का युवा अपनी पहचान छिपाने को विवश नहीं है, गौरव के साथ कहता है मैं उत्तर प्रदेश वाला हूं. उन्होंने कहा कि धर्म के प्रदेश से अर्थ के प्रदेश में आया हूं.
उत्तर प्रदेश के बदलाव के प्रयासों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 के पहले प्रदेश ने बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, गरीब और व्यापारी असुरक्षा के संकट से घिरे थे. सरकार गठन के साथ हमने सबसे पहले दो विषयों पर फोकस किया. सबसे पहले बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की और तय किया कि प्रदेश में कोई भी अवैध गतिविधि संचालित नहीं होगी और फिर अवैध स्लॉटर हाउस हों या गरीबों के जमीन पर अवैध कब्जे, सब बंद हुए. हमने एंटी भूमाफिया टास्क फ़ोर्स बनाया. अवैध रूप से कब्जा भूमि छुड़ाई गई, आज वहां विकास की अनेक परियोजनाएं चल रही हैं. सीएम ने कहा कि जब हमने बेटियों की सुरक्षा के लिए काम किया तो कुछ लोगों ने हमारी सोच पर सवाल खड़े किए, लेकिन जब चुनाव का समय आया तो इन्हीं सुरक्षित माताओं-बहनों और बेटियों ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर अपना विश्वास जताया.
05 लाख से ज्यादा नौकरी, एक पर भी सवाल नहीं : साढ़े पांच वर्ष में पांच लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने की सफलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने चयन आयोगों में अनावश्यक हस्तक्षेप को बंद किया. उन्हें स्वायत्तता दी, लेकिन जवाबदेही भी तय की और परिणाम यह हुआ कि पांच लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, लेकिन एक भी नियुक्ति पर भी सवाल नहीं उठा. हर भर्ती पारदर्शिता और शुचिता के साथ हुई. इससे युवाओं का विश्वास सरकार पर बढ़ा. यही कारण है कि 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार दो-तिहाई बहुमत के साथ चुनी गई.
निवेश के लिए बेहतर कानून-व्यवस्था और नीतिगत सुधारों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था कि जब उत्तर प्रदेश में हर दूसरे-तीसरे दिन दंगा होता था, आज पांच साल से ज्यादा समय बीत गया, कहीं कोई दंगा नहीं हुआ. कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति से प्रदेश की छवि में व्यापक बदलाव हुआ है. इसी तरह नीतिगत सुधारों के तहत सरकार ने 25 नई औद्योगिक सेक्टोरल पॉलिसी लागू की है. उन्होंने कहा कि यूपी का सिंगल विंडो सिस्टम राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है, जहां 350 से अधिक एनओसी बड़ी सरलता से मिल रही है. यही नहीं हाल ही में हमने औद्योगिक निवेश के एमओयू की मॉनीटरिंग और निवेशकों को समय से इन्सेंटिव देने के लिए निवेश सारथी पोर्टल भी विकसित किया है. प्रवासी जनों के साथ संवाद के इस खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी से प्रदेश की बेहतरी के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए.
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