लखनऊः भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में दीदी के दुर्ग को ढहाने के लिए यूपी के धुरंधरों को लगाया है. फायर ब्रांड नेता व देश के इकलौते भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्वांचल में हिंदुत्व के पुरोधा कहे जाने वाले योगी सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, यूपी भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल जैसे कद्दावर नेताओं की एक मजबूत टीम लगाई गई है. यही नहीं यूपी से असम के लिए भी एक बड़ी फौज भेजी जा रही है. यूपी भाजपा के रणनीतिकार एक ओर जहां बंगाल में पहली बार कमल खिलाएंगे तो वहीं असम में पार्टी को दूसरी बार सत्ता में लाएंगे.
ज्यादातर रैलियां करेंगे सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारक के रूप में पश्चिम बंगाल के ज्यादातर क्षेत्रों में रैलियां करने वाले हैं. सीएम योगी दो मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा समेत कुछ अन्य जगहों पर सभाएं कर तृणमूल कांग्रेस को निशाना बना चुके हैं. पार्टी ने योगी की मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सभाएं कराने की योजना बनाई है. पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि सीएम योगी की सभाओं से बड़ा वर्ग एकजुट होता है इसीलिए योगी की सभाएं प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में कराई जाएंगी.
केशव का नारा 100 में 60 हमारा बाकी में बंटवारा
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को पश्चिम बंगाल के उन विधानसभा क्षेत्रों में लगाया गया है, जहां ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. उन सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के विधायक पिछली बार चुनकर आए थे. केशव प्रसाद मौर्य के पास सरकार चलाने का अनुभव के साथ-साथ संगठन चलाने का भी एक लंबा अनुभव है. केशव प्रसाद मौर्य को हावड़ा की आठ, हावड़ा ग्रामीण की आठ, श्रीरामपुर की पांच, हुगली की सात और आरामबाग जिले की छह विधानसभा सीटों पर कमल खिलाने का दायित्व सौंपा गया है. केशव प्रसाद मौर्य में पश्चिम बंगाल चुनाव में आने वाले परिणाम को लेकर जबरदस्त आत्मविश्वास झलक रहा है. वह कहते हैं कि 100 में से 60 हमारा है, बाकी में बंटवारा है. बंटवारे में भी हमारा है.
सुनील बंसल संभाल रहे मोर्चा
यूपी में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान यहां भाजपा के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश महामंत्री संगठन के दायित्व में सुनील बंसल थे. अब इन दोनों लोगों की जोड़ी पश्चिम बंगाल में लगाई गई है. प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल पश्चिम बंगाल में संगठन को मजबूत करेंगे. दरअसल, पश्चिम बंगाल में भाजपा का संगठन अन्य राज्यों की तरह नहीं है. वहां पार्टी को प्रदेश स्तर से लेकर बूथ तक कार्यकर्ताओं को खड़ा करना है. लिहाजा ऐसे संगठन के जानकार नेता पश्चिम बंगाल में भाजपा को करने के लिए काम करेंगे. इसके अलावा सुनील बंसल दूसरे राज्यों से बंगाल में आये लोगों को भाजपा के पक्ष में खड़ा करने की योजना पर काम करेंगे.
पार्टी को मिलेगा हरीश द्विवेदी का फायदा
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी को पश्चिम बंगाल के चुनाव में लगाया गया है. हरीश द्विवेदी विद्यार्थी परिषद में संगठन मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. इसके बाद वह यूपी भाजपा में यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. सांसद द्विवेदी मौजूदा समय में जेपी नड्डा की राष्ट्रीय टीम में मंत्री हैं. हरीश द्विवेदी दो तरह से पार्टी के लिए लाभदायक साबित होंगे. वह पूर्वी उत्तर प्रदेश से आते हैं और इस क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग पश्चिम बंगाल में रहते हैं. बंगाल में उनके चुनाव प्रचार करने का असर पड़ सकता है. दूसरा यह कि उनके पास सांगठनिक अनुभव है. पार्टी को इसका भी लाभ मिलेगा.
पश्चिम बंगाल के साथ असम भी भेजे जाएंगे नेता
इसके अलावा पार्टी ने बड़ी संख्या में ऐसे कार्यकर्ताओं को बंगाल भेजने की रणनीति तैयार की है, जिनके सीधे संपर्क के लोग पश्चिम बंगाल में रहते हैं. भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला कहते हैं कि पार्टी के बड़े अनुभवी नेताओं को पश्चिम बंगाल के साथ असम भी भेजा जा रहा है. पश्चिम बंगाल में हमारी सरकार बनना तय है. बंगाल की जनता ने भाजपा को सत्ता में लाने का पूरी तरह से मन बना लिया है. वहीं हमे पूरा भरोसा है कि असम की जनता एक बार फिर भाजपा को सत्ता में लाएगी.