लखनऊ: जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में डंका बजा चुकी भारतीय जनता पार्टी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर में पूरी ताकत झोंक दी है. पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर मंगलवार को दिनभर ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवारों के नामों पर गहन मंथन चला. सभी क्षेत्रों के अध्यक्षों ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश नेतृत्व के समक्ष अपनी सम्भावित सूची रखी. बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, पंचायत प्रभारी जेपीएस राठौर के साथ नामों को लेकर चर्चा की गई. प्रदेश नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद सभी क्षेत्र अध्यक्ष अपने जिलों को उम्मीदवारों की सूची भेजेंगे. इसके बाद ब्लॉक प्रमुख के उम्मीदवारों की घोषणा जिला संगठन की तरफ से किया जाएगा.
ब्लॉक प्रमुख चुनाव जीतने के लिए रणनीति में किया बदलाव
भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार से जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 75 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की है, उसी प्रकार से पार्टी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी जीत के लिए रणनीति तैयार की है. पार्टी ने सभी सांसदों और विधायकों को इस चुनाव में लगाया है. यही नहीं पार्टी की तरफ से जनप्रतिनिधियों को भी इस चुनाव में भागीदारी करने की छूट दी गई है. जनप्रतिनिधि अपने परिजनों को भी इसमें चुनाव लड़ा सकते हैं. जिला पंचायत के चुनाव में जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को स्पष्ट तौर पर चुनाव लड़ने से मनाही थी. पार्टी की तरफ से यह छूट मिलते ही विधायक और सांसद पूरी ताकत के साथ इस चुनाव में जुट गए हैं.
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मुख्यमंत्री आवास पर हुई कोर कमेटी की बैठक
प्रदेश मुख्यालय पर बारी-बारी से सभी क्षेत्रों को लेकर चर्चा-परिचर्चा करने के बाद निर्णय लिया गया है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर बैठक करने के बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल और यूपी बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास मार्ग गए. मुख्यमंत्री आवास पर कोर कमेटी की बैठक हुई. बताया जा रहा है कि इस बैठक में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर चर्चा के साथ ही विधान परिषद की रिक्त हुई चार सीटों पर मंथन किया गया है. पार्टी जिन चेहरों को विधान परिषद भेजना चाहती है, उन पर कोर कमेटी ने मंथन करके सहमति बना ली है. संभावित नाम प्रदेश नेतृत्व की तरफ से केंद्र को भेजा जाएगा. केंद्र की सहमति के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजपाल को भेजेंगे जिन्हें एमएलसी के रूप में मनोनीत किया जाएगा.