लखनऊ: लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (Lucknow City Transport Service Limited) के दुबग्गा डिपो में पिछले कई माह से चार प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बसें खड़ी हुई हैं. नगरीय परिवहन मंत्री के तरफ से बसों को हरी झंडी दिखाने का समय नहीं मिल पा रहा था, लेकिन अब 20 जुलाई को मंत्री आशुतोष टंडन इन चारों बसों को हरी झंडी दिखाएंगे, जिसके बाद 10 रूटों पर इनका ट्रायल शुरू हो जाएगा. 30 दिन बाद 20 अगस्त से शहरवासी इन बसों से यात्रा कर सकेंगे, जिससे गर्मी के दौरान उन्हें आरामदायक बस सुविधा मिल सकेगी.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (Lucknow City Transport Service Limited) के प्रबंध निदेशक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि 20 जुलाई को नगरीय परिवहन मंत्री 1090 चौराहा से विभिन्न रूटों के लिए चार इलेक्ट्रिक बसों का हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. 10 रूटों पर 30 दिनों के परीक्षण के बाद अगले माह 20 अगस्त से ये बसें आम जनता के सफर के लिए उपलब्ध होंगी. इसके बाद तीन माह के अंदर तीन चरणों में 100 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 30, दूसरे चरण में 30 और तीसरे चरण में 40 बसें सड़क पर संचालन के लिए उतारी जाएंगी.
नगरीय परिवहन निदेशालय के संयुक्त सचिव अजीत कुमार सिंह के मुताबिक ई-बसों के परीक्षण की तैयारी पूरी हो गई है. 10 रूटों पर ई-बस का नंबर पीटी-ई-1 से 10 तक होगा. सिटी ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक दुबग्गा से इंट्रीगल विवि., अम्बेडकर विवि. से विराज खंड, दुबग्गा से अवध बस स्टेशन, दुबग्गा से बीबीडी, दुबग्गा से सीतापुर रोड, मड़ियांव से आलमबाग, दुबग्गा से एकेटीयू, आलमबाग से विराज खंड, दुबग्गा से अम्बेडकर विश्वविद्यालय और गुडंबा से पीजीआई रूट तय किए गए हैं. इन रूटों पर चार प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल होगा. ट्रायल सफल होने के बाद शहर के इन रूटों समेत अन्य रूटों पर 100 बसें संचालित होंगी.
पढ़ें- बरेली: इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में रुकावट बना शहर का अतिक्रमण