लखनऊ: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली से यूपीडा को 402 करोड़ 39 लाख रुपये मिलेंगे. इस बार टोल प्लाजा का ठेका मैसर्स सहकार ग्लोबल लिमिटेड को दिया गया है. 7 बड़ी फर्मों के बीच हुई प्रतिस्पर्धा के बाद ठेका मैसर्स सहकार ग्लोबल लिमिटेड को दिया गया है, लेकिन इस बार ठेका मौजूदा ठेके की तुलना में 82 प्रतिशत अधिक राशि में दिया गया है.
मंत्रिपरिषद द्वारा उच्चतम निविदा प्रस्तुत करने वाले मैसर्स सहकार ग्लोबल लिमिटेड को अनुमोदन प्रदान किया गया. इस एजेंसी के चयन हेतु दिनांक 25.09.2020 को निविदा मूल्यांकन समिति की बैठक एवं दिनांक 28.09.2020 को सचिव समिति की बैठक में शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया.
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर स्थापित 02 मुख्य टोल प्लाजा एवं 15 रैम्प प्लाजा के संचालन व टोल कलेक्शन, एक्सप्रेस-वे पर 5 एम्बुलेंस व 10 पेट्रोलिंग वाहन की तैनाती के लिए मैसर्स सहकार ग्लोबल लिमिटेड का चयन निविदा के माध्यम से किया गया है.
उन्होंने बताया कि यूपीडा ने आरक्षित राशि 274 करोड़ निर्धारित की थी, जहां 7 निविदाकर्ता कंपनियों में सबसे अधिक से राशि 402.39 करोड़ रुपये मैसर्स सहकार ग्लोबल लिमिटेड ने लगाई. उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने सबसे अधिक राशि देने वाले फर्म को ठेका देने का अनुमोदन किया है.
उन्होंने बताया कि फर्म को दो वर्ष के लिए ठेका दिया जाएगा. पहले वर्ष के लिए 402.39 करोड़ रुपये यूपीडा को मिलेंगे. दूसरे वर्ष इसमे 10 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी. उन्होंने बताया कि 2018 तुलना में इस बार की टोल वसूली का ठेका 82 प्रतिशत अधिक राशि मे दिया गया है.